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संतों की एक सभा चल रही थी


संतों की एक सभा चल रही थी
किसी ने एक दिन एक घड़े में गंगाजल भरकर वहां रखवा दिया ताकि संत जन जब प्यास लगे तो गंगाजल पी सकें
संतों की उस सभा के बाहर एक व्यक्ति खड़ा था. उसने गंगाजल से भरे घड़े को देखा तो उसे तरह-तरह के विचार आने लगे
वह सोचने लगा- अहा ! यह घड़ा कितना भाग्यशाली है !
एक तो इसमें किसी तालाब पोखर का नहीं बल्कि गंगाजल भरा गया और दूसरे यह अब सन्तों के काम आयेगा
संतों का स्पर्श मिलेगा, उनकी सेवा का अवसर मिलेगा. ऐसी किस्मत किसी किसी की ही होती है
घड़े ने उसके मन के भाव पढ़ लिए और घड़ा बोल पड़ा- बंधु मैं तो मिट्टी के रूप में शून्य पड़ा था
किसी काम का नहीं था. कभी नहीं लगता था कि भगवान् ने हमारे साथ न्याय किया है
फिर एक दिन एक कुम्हार आया. उसने फावड़ा मार-मारकर हमको खोदा और गधे पर लादकर अपने घर ले गया
वहां ले जाकर हमको उसने रौंदा. फिर पानी डालकर गूंथा. चाकपर चढ़ाकर तेजी से घुमाया, फिर गला काटा. फिर थापी मार-मारकर बराबर किया
बात यहीं नहीं रूकी. उसके बाद आंवे के आग में झोंक दिया जलने को
इतने कष्ट सहकर बाहर निकला तो गधे पर लादकर उसने मुझे बाजार में भेज दिया. वहां भी लोग ठोक-ठोककर देख रहे थे कि ठीक है कि नहीं ?
ठोकने-पीटने के बाद मेरी कीमत लगायी भी तो क्या- बस 20 से 30 रुपये ! मैं तो पल-पल यही सोचता रहा कि हे ईश्वर सारे अन्याय मेरे ही साथ करना था
रोज एक नया कष्ट एक नई पीड़ा देते हो. मेरे साथ बस अन्याय ही अन्याय होना लिखा है ! भगवान ने कृपा करने की भी योजना बनाई है यह बात थोड़े ही मालूम पड़ती थी !
किसी सज्जन ने मुझे खरीद लिया और जब मुझमें गंगाजल भरकर सन्तों की सभा में भेज दिया.

तब मुझे आभास हुआ कि

कुम्हार का वह फावड़ा चलाना भी भगवान् की कृपा थी
उसका वह गूंथना भी भगवान् की कृपा थी
आग में जलाना भी भगवान् की कृपा थी

और

बाजार में लोगों के द्वारा ठोके जाना भी भगवान् की कृपा ही थी
अब मालूम पड़ा कि सब भगवान् की कृपा ही कृपा थी !
परिस्थितियां हमें तोड़ देती हैं. विचलित कर देती हैं- इतनी विचलित की भगवान के अस्तित्व पर भी प्रश्न उठाने लगते हैं क्यों हम सबमें शक्ति नहीं होती ईश्वर की लीला समझने की, भविष्य में क्या होने वाला है उसे देखने की
इसी नादानी में हम ईश्वर द्वारा कृपा करने से पूर्व की जा रही तैयारी को समझ नहीं पाते. बस कोसना शुरू कर देते हैं कि सारे पूजा-पाठ, सारे जतन कर रहे हैं फिर भी ईश्वर हैं कि प्रसन्न होने और अपनी कृपा बरसाने का नाम ही नहीं ले रहे
पर हृदय से और शांत मन से सोचने का प्रयास कीजिए, क्या सचमुच ऐसा है या फिर हम ईश्वर के विधान को समझ ही नहीं पा रहे ?
आप अपनी गाड़ी किसी ऐसे व्यक्ति को चलाने को नहीं देते जिसे अच्छे से ड्राइविंग न आती हो तो फिर ईश्वर अपनी कृपा उस व्यक्ति को कैसे सौंप सकते हैं जो अभी मन से पूरा पक्का न हुआ हो
कोई साधारण प्रसाद थोड़े ही है ये, मन से संतत्व का भाव लाना होगा
ईश्वर द्वारा ली जा रही परीक्षा की घड़ी में भी हम सत्य और न्याय के पथ से विचलित नहीं होते तो ईश्वर की अनुकंपा होती जरूर है. किसी के साथ देर तो किसी के साथ सवेर
यह सब पूर्वजन्मों के कर्मों से भी तय होता है कि ईश्वर की कृपादृष्टि में समय कितना लगना है. घड़े की तरह परीक्षा की अवधि में जो सत्यपथ पर टिका रहता है वह अपना जीवन सफल कर लेता है !
🙏🏼🙏🏼🙏🏼🌹शुभ प्रभात 🌹🙏🏼🙏🏼🙏🏼

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माँ मैं एक पार्टी में गया था.


माँ मैं एक पार्टी में गया था.

तूने मुझे शराब नहीं पीने

को कहा था,
इसीलिए बाकी लोग शराब पीकर मस्ती कर रहे थे
और मैं सोडा पीता रहा.

लेकिन मुझे सचमुच अपने पर

गर्व हो रहा था

माँ,
जैसा तूने कहा था कि ‘शराब पीकर

गाड़ी नहीं चलाना’.
मैंने वैसा ही किया.

घर लौटते वक्त मैंने शराब को छुआ तक नहीं,
भले ही बाकी दोस्तों ने

मौजमस्ती के नाम पर

जमकर पी.

उन्होंने मुझे भी पीने के

लिए बहुत उकसाया था.
पर मैं अच्छे से जानता था कि मुझे

शराब नहीं पीनी है और मैंने

सही किया था.
माँ, तुम हमेशा सही सीख देती हो.

पार्टी अब लगभग खत्म होने

को आयी है और सब लोग अपने-अपने घर लौटने की तैयारी कर रहे हैं.
माँ ,अब जब मैं अपनी कार में बैठ

रहा हूँ तो जानता हूँ कि केवल कुछ

समय बाद मैं
अपने घर अपनी प्यारी स्वीट

माँ और पापा के पास रहूंगा.
तुम्हारे और पापा के इसी प्यार और

संस्कारों ने
मुझे जिम्मेदारी सिखायी और लोग

कहते हैं कि मैं
समझदार हो गया हूँ माँ, मैं घर आ

रहा हूँ और
अभी रास्ते में हूँ. आज हमने बहुत

मजा की और मैं बहुत खुश हूँ.
लेकिन ये क्या माँ…

शायद दूसरी कारवाले ने मुझे

देखा नहीं और ये भयानक टक्कर….

माँ, मैं यहाँ रास्ते पर खून से लथपथ हूँ.
मुझे पुलिसवाले की आवाज सुनाई पड़

रही है
और वो कह रहा है कि इसने नहीं पी.

दूसरा गाड़ीवाला पीकर चला रहा था.
पर माँ, उसकी गलती की कीमत मैं

क्यों चुकाऊं ?
माँ, मुझे नहीं लगता कि मैं और

जी पाऊंगा.
माँ-पापा, इस आखिरी घड़ी में तुम

लोग मेरे पास क्यों नहीं हो.

माँ, बताओ ना ऐसा क्यों हो गया.
कुछ ही पलों में मैं सबसे दूर हो जाऊँगा.
मेरे आसपास ये गीला-गीला और

लाल-लाल क्या लग रहा है.

ओह! ये तो खून है और

वो भी सिर्फ मेरा.
मुझे डाक्टर की आवाज आ रही है

जो कह रहे हैं कि मैं बच नहीं पाऊंगा.

तो क्या माँ,

मैं सचमुच मर जाऊँगा.
मेरा यकीन मानो माँ. मैं तेरी कसम

खाकर कहता हूँ कि मैंने शराब

नहीं पी थी.

मैं उस दूसरी गाड़ी चलाने वाले

को जानता हूँ.
वो भी उसी पार्टी में था और खूब

पी रहा था.
माँ, ये लोग क्यों पीते हैं और

लोगों की जिंदगी से

खेलते हैं उफ! कितना दर्द हो रहा है.
मानो किसी ने चाकू चला दिया हो या सुइयाँ चुभो रहा हो.
जिसने मुझे टक्कर मारी वो तो अपने

घर चला गया और मैं

यहाँ अपनी आखिरी साँसें गिन

रहा हूँ. तुम ही कहो माँ, क्या ये

ठीक हुआ.
घर पर भैया से कहना, वो रोये नहीं.

पापा से धीरज रखने को कहना.

मुझे पता है,वो मुझे कितना चाहते हैं
और मेरे जाने के बाद तो टूट

ही जाएंगे.

पापा हमेशा गाड़ी धीरे चलाने को कहते

थे.
पापा, मेरा विश्वास करो,

मेरी कोई गलती नहीं थी. अब मुझसे

बोला भी नहीं जा रहा.

कितनी पीड़ा!
साँस लेने में तकलीफ हो रही है.

माँ-पापा, आप मेरे पास

क्यों नहीं हो. शायद
मेरी आखिरी घड़ी आ गयी है. ये

अंधेरा सा क्यों लग रहा है. बहुत डर

लग रहा है.
माँ-पापा प्लीज़ रोना नहीं. मै

हमेशा आपकी यादों में, आपके दिल में

आपके पास ही रहूंगा.

माँ, मैं जा रहा हूँ. पर जाते-जाते ये

सवाल ज़रूर पूछुंगा कि ये लोग पीकर

गाड़ी क्यों चलाते हैं.

अगर उसने पी नहीं होतीं तो मैं आज

जिंदा, अपने घर,

अपने परिवार के साथ होता.
मित्रो, इसको ज्यादा से

ज्यादा लोगों तक

पहुँचाए ताकि किसी के शराब

पीकर गाड़ी चलाने

से किसी और के घर का चिराग

ना बुझने पाय…!!!
परन्तु कुछ लोग इसे Send नहीं करेगें क्योकि उनके पास समय नहीं होता है किसी के लिए।
R K Nakeera

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बाबाओ का चमत्कार


*बाबाओ का चमत्कार*
इस देश मे लाखो करोड़ो बाबा है और अनेको तो चमत्कारी शक्तियों से सिद्ध है , तंत्र मंत्र से चमत्कार दिखाते है।
आग पर लेट जाते है

पानी ओर आग पर चलते है

भूत भविष्य बताते है

हवा में उड़ते भी है

बड़े बड़े शैतानों को वश में रखते है

म्रत्यु पर विजय प्राप्त करते है

श्राप देकर दुस्टो को भस्म भी करते है

हाथ लगाकर रोग मिटाते है

समोसा खिलाकर दुख मिटाते है

फ्रिज में बैठ कर उपासना करते है

मार्क जुकरबर्क को कामयाबी के मन्त्र सीखा देते है
*ये सारे दावे करते है इस देश के चमत्कारी बाबा साधु सन्त ओर इनके चेले खूब प्रचार करते है इनका*
जो जो बाबा इन सिद्धियों से युक्त है उसको देश और धर्म की बिगड़ती स्थिति नही दिखाई देती ???
पानी पर चलकर कितने पैसे की सिद्धि कमा ली ?? दस बीस रुपये देकर नदी पार की जा सकती है।
आज भोले की भक्तो को चुन चुन कर मारा जा रहा है

कश्मीर बंगाल केरल में सामूहिक हत्याएं की जा रही है

हिन्दुओ की स्त्रियों को चाकू गोद गोद कर मारा जा रहा है

लव जिहाद का जाल फैलाया जा रहा है

बीफ पार्टियां हो रही है
*कोई सिद्धि है तुम्हारे पास धर्म की रक्षा के लिए ??*
धूर्त हो तुम , पाखंडी हो ओर जो जो इनका भक्त इनका प्रचार करे वह भी धूर्त है
*संत क्या होता है* ये सीखो गुरुगोविंद सिंह से जिसने चमत्कार नही दिखाए सिर्फ शौर्य दिखाया , बलिदान दिखाया।

संसार को सीख दी कि अगर कोई मुसलमान सौ बार भी कुरान की कसम खाये तो भी उसका यकीन मत करना
*साधु क्या होता है* ये सीखो रविदास से जिन्होंने खुल कर कुरान को झूठा कहा ओर वेद मत का मण्डन किया

*वेद धर्म सबसे बड़ा, अनुपम सच्चा ज्ञान*

*फिर मैं क्यों छोड़ूँ इसे पढ़ लूँ झूट क़ुरान*

*वेद धर्म छोड़ूँ नहीं कोसिस करो हजार*

*तिल-तिल काटो चाही गोदो अंग कटार*
*सन्यासी क्या होता है* ये सीखो स्वामी श्रद्धानन्द से जिन्होंने इस्लाम और ईसायत की धज्जियां उड़ा दी और लाखों मुसलमानों की पुनः वैदिक धर्म मे वापसी कराई
*पंडित क्या होता है* ये सीखो पंडित महेंद्र पाल आर्य से, जो पूर्व में मुस्लिम इमाम थे, धर्म के वैदिक स्वरूप को जानकर् घर वापसी की , वैदिक ग्रन्थों का पठन पाठन करके विद्या अर्जित की ओर आज हज़ारो मुसलमानों की भीड़ में मुसलमानों से शाश्त्रार्थ करते है , हज़ारो मुसलमानों की घर वापसी करा चुके है।
*आचार्य क्या होता है* ये सीखो गुरुकुल चितोडाझाल के आचार्यो से जो हिन्दू समाज के बीच जाकर उन्हें अपने धर्म के वैदिक सिद्धान्त व विधर्मियो की कूटनीति से अवगत कराते है , हिन्दू समाज को पाखण्ड अंधविश्वास से निकाल शौर्य की शिक्षा देते है। हर रोज नए खतरों का सामना करते है अपने ही सेक्युलर गद्दार नेताओ का विरोध झेलते है , मुस्लिम कट्टरपंथियों से टक्कर लेते है ।
*परन्तु ये तथाकथित जादू टोना करने वाले धूर्त , बड़े बड़े मठो के अधिकारी है, मीठी मीठी लच्छेदार बाते करके आपको यंत्र तंत्र माला ताबीज लाकेट बेचते है*
इस्लाम के विरुद्ध इनके मुँह से बोल नही निकलते , हिन्दुओ के पाखण्ड के विरुद्ध बोलने से आय के साधन नष्ट होने का भय रहता है ।
वेद की शिक्षाओं को समाज तक बताने का संकल्प नही रखते क्योकि ये खुद जानते है वेद शिक्षा का अर्थ है समाज से पाखण्ड अंधविश्वास जादू टोना तंत्र टोटका फलित ज्योतिष भाग्यवाद  अवतारवाद से मुक्त करना है

ओर समाज को कर्म शौर्य वीरता विज्ञान की शिक्षा देना ही धर्म है।
ऐसा करते ही इनकी करोड़ो रुपयों का चढ़ावा इकट्ठा करने वाले मठ बन्द हो जाएंगे ।
*हिन्दुओ अपने आदर्श साधु सन्तो का चुनाव बुद्धि से करो*
विवेकानन्द जैसे महासेक्युलर  मांसभक्षी को संत कहते लज़्ज़ा नही आती
जो संसार के सभी धर्मों को सत्य के रूप देखता है

मूल्लो की सभा मे इस्लाम का मण्डन

ईसाइयों की सभा मे ईसाइयत का मण्डन

हिन्दुओ की सभा मे हिन्दू धर्म का मण्डन
ओर सामूहिक धर्म सभा मे सर्व धर्म सद्भाब की सेक्युलर शिक्षा देता है। जिसने कभी स्वतंत्रता की लड़ाई में भाग नही लिया । वेदो का दुष्प्रचार करते हुए कहता है वेदो में गौमांस भक्षण की शिक्षा है ।
*आंखे खोलो हिन्दुओ*

श्री राम व श्री कृष्ण ने विजय जादू टोनो से नही बल्कि वेद विद्या के बल पर वीरता और शौर्य से प्राप्त की थी
*वेद कहता है*

कृतं में दक्षिणे हस्ते जयो मे सव्य आहितः।

गोजिद् भूयासमश्वजिद् धनञ्जयो हिरण्यजित्।।-(अथर्व० ७/५०/८)

*तेरे दायें हाथ में कर्म है और बायें हाथ में विजय है। तू अपने कर्मों के द्वारा गौ,भूमि,अश्व,धन और स्वर्ण का विजेता बन*
हिन्दुओ अभी भी वक्त है

चितोडाझाल गुरुकुल के आचार्यो द्वारा आयोजित दो दिवीसीए सत्र करके धर्म के सिधान्तो को जानिये ओर धर्म व राष्ट्र रक्षा का कार्य प्रारंभ कीजिये

नीरज आर्य अँधेड़ी

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कुछ सत्य पर कडवे सच


कुछ सत्य पर कडवे सच

☺☺☺
1. भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है, जो अपने देश में बैठे गद्दारो पर कोई कार्यवाही नहीं करता….

😊😊😊
2. भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है. जहाँ अल्पसंख्यक समुदाय बहुसंख्यकँ समुदाय पर अत्याचार करता है….

😊😊😊
3. भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है. जिसमें सरहद पर तैनात सिपाही को एकसाल तक छुट्टी नहीं मिलती. लेकिन जेल में बंद संजय दत्त को हर 2 महीने से पैरोल पर छुट्टी मिल जाती है…..

😊😊😊
4. भारत दुनिया का ऐसा देश है, जहाँ लाखों अरबो का घोटाला करने वाले आजाद घूमते है. लेकिन जिसपे आरोप साबित नहीं हुआ है कैंसर पीडित ऐसी साध्वी को जेल मे रखते है

😊😊😊
5. भारत ऐसा देश है, जहाँ आतंकवादियों और बलात्कारियों के मानवाधिकारो के लिए लड़ने वाले मिल जाते है. लेकिन आतंकवादियों के हमलों में मरने वालों के लिए कोई मानवाधिकार की बात नहीं करता…..

😊😊😊
6. भारत ऐसा देश है जहां हिरन का शिकार करने पर कडी सजा का प्रावधान है लेकिन गौमाता जिसे हिन्दू मां मानते है की हत्या पर सब्सिडी दी जाती है

😊😊😊
7. भारत के सेकुलर नेता ऐसे है, जो आतंकवादियों को सम्मान देते है और राष्ट्रवादीयों को गालियां देते है….

😊😊😊
. 8. भारत दुनिया का ऐसा देश है, जहाँ बाहरी घुसपैठियों का घर बैठे राशन कार्ड और वोटर कार्ड बन जाते है. लेकिन इन सब के लिए चक्कर काटते काटते अपने देश के आम नागरिक की चप्पल घिस जाती है……

😊😊😊
9. भारत दुनिया ऐसा देश है जहां पांचवी पास आदमी एक स्कूल का चपरासी तो नही बन सकता लेकिन नेता बन सकता है

😊😊😊
10. भारत दुनिया का ऐसा देश है जहां के इतिहास मे भगतसिंह को आतंकवादी और भारत पर हमला करने वाले  अकबर और सिकन्दर को महान बताया गया है

😊😊😊
11. *भारत दुनिया का ऐसा देश है जहां 80% अंक पाने वाला बेरोजगार घूम सकता है और 40% से भी कम अंक पाने वाला आरक्षण के माध्यम से डाक्टर या जज बन सकता है…*

😊😊😊

👆   कृपया आगे भेजकर अपने भारतीय होने का फर्ज निभायें

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क्या करोगे हिन्दुओं सिक्खों इतनी संपत्ति कमाकर?


क्या करोगे हिन्दुओं सिक्खों इतनी संपत्ति कमाकर?
-एक दिन पूरे काबूल (अफगानिस्तान) का व्यापार सिक्खों का था, आज उस पर तालिबानों का कब्ज़ा है |
-सत्तर साल पहले पूरा सिंध सिंधियों का था, आज उनकी पूरी धन संपत्ति पर पाकिस्तानियों का कब्ज़ा है |
-एक दिन पूरा कश्मीर धन धान्य और एश्वर्य से पूर्ण पण्डितों का था, तुम्हारे उन महलों और झीलों पर आतंक का कब्ज़ा हो गया और तुम्हे मिला दिल्ली में दस बाय दस का टेंट..|
-एक दिन वो था जब ढाका का हिंदू बंगाली पूरी दुनियाँ में जूट का सबसे बड़ा कारोबारी था | आज उसके पास सुतली भी नहीं बचा |
-ननकाना साहब, लवकुश का लाहोर, दाहिर का सिंध, चाणक्य का तक्षशिला, ढाकेश्वरी माता का मंदिर देखते ही देखते सब पराये हो गए | पाँच नदियों से बने पंजाब में अब केवल दो ही नदियाँ बची |
-यह सब किसलिए हुआ.?

केवल और केवल असंगठित होने के कारण, इस देश के मूल समाज की सारी समस्याओं की जड़ ही संगठन का अभाव है |
-आज भी इतना आसन्न संकट देखकर भी बहुतेरा समाज गर्राया हुआ है | कोई व्यापारी असम के चाय के बागान अपना समझ रहा है, कोई आंध्रा की खदानें अपनी मान रहा है | तो कोई सूरत का सोच रहा है ये हीरे का व्यापार सदा सर्वदा उसी का रहेगा |
-कभी कश्मीर की केसर की क्यारियों के बारे में भी हिंदू यही सोचा करता था |
-तू अपने घर भरता रहा और पूर्वांचल का लगभग पचहत्तर प्रतिशत जनजाति समाज विधर्मी हो गया |

बहुत कमाया तूने बस्तर के जंगलों से… आज वहाँ घुस भी नहीं सकता |
आज भी आधे से ज्यादा समाज को तो ये भी समझ नहीं कि उस पर संकट क्या आने वाला है ??

बचे हुए समाज में से बहुत से अपने आप को सेकुलर मानता है| कुछ समाज लाल गुलामों का मानसिक गुलाम बनकर अपने ही समाज के खिलाफ कहीं बम बंदूकें, कहीं तलवार तो कहीं कलम लेकर विधर्मियों से ज्यादा हानि पहुंचाने में जुटा है , रबिश टाइप के पत्रकार और लल्लू मल्लू टाइप के राजनीतिकार समाज के खिलाफ जहर उगल रहे हैं ।
ऐसे में पाँच से लेकर दस प्रतिशत ही बचता है जो अपने धर्म और राष्ट्र के प्रति संवेदनशील है ।

धूर्त सेकुलरों ने उसे असहिष्णु और साम्प्रदायिक करार दे दिया|
इसलिए आजादी के बाद एक बार फिर हिंदू समाज दोराहे पर खड़ा है |

एक रास्ता है, शुतुरमुर्ग की तरह आसन्न संकट को अनदेखा कर रेत में गर्दन गाड़ लेना तथा दूसरा तमाम संकटों को भांपकर सारे मतभेद भुलाकर संगठित हो संघर्ष कर अपनी धरती और संस्कृति बचाना|
सोचिये जरा

अगर यह देश ही नहीं बचेगा तो आपका कोई भी धर्म , संस्कृति या सेक्युलर विचार , धन जमीन , दुकान , मकान बचेगा क्या ???
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केरल आयुर्वेदिक युनिवर्सिटी आंफ रिसर्च केन्द्र के अनुसार


केरल आयुर्वेदिक युनिवर्सिटी आंफ रिसर्च केन्द्र के अनुसार, हर वर्ष 20 लाख लोगों की मौतों का कारण बन गया है… *रिफाईनड तेल
रिफाईनड तेल से *DNA डैमेज, RNA नष्ट, , हार्ट अटैक, हार्ट ब्लॉकेज, ब्रेन डैमेज, लकवा शुगर(डाईबिटीज), B P,नपुंसकता *कैंसर* *हड्डियों का कमजोर हो जाना, जोड़ों में दर्द,कमर दर्द, किडनी डैमेज, लिवर खराब, कोलेस्ट्रोल, आंखों रोशनी कम होना, प्रदर रोग, बांझपन, पाईलस, स्केन त्वचा रोग आदि!. एक हजार रोगों का प्रमुख कारण है।*
*रिफाईनड तेल बनता कैसे हैं।*
बीजों का छिलके सहित तेल निकाला जाता है, इस विधि में जो भी Impurities तेल में आती है, उन्हें साफ करने वह तेल को स्वाद गंध व कलर रहित करने के लिए रिफाइंड किया जाता है

*वाशिंग*– वाशिंग करने के लिए पानी, नमक, कास्टिक सोडा, गंधक, पोटेशियम, तेजाब व अन्य खतरनाक एसिड इस्तेमाल किए जाते हैं, ताकि Impurities इस बाहर हो जाएं |इस प्रक्रिया मैं तारकोल की तरह गाडा वेस्टेज (Wastage} निकलता है जो कि टायर बनाने में काम आता है। यह तेल ऐसिड के कारण जहर बन गया है।
*Neutralisation*–तेल के साथ कास्टिक या साबुन को मिक्स करके 180°F पर गर्म किया जाता है। जिससे इस तेल के सभी पोस्टीक तत्व नष्ट हो जाते हैं।
*Bleaching*–इस विधी में P. O. P{प्लास्टर ऑफ पेरिस} /पी. ओ. पी. यह मकान बनाने मे काम ली जाती है/ का उपयोग करके तेल का कलर और मिलाये गये कैमिकल को 130 °F पर गर्म करके साफ किया जाता है!
*Hydrogenation*– एक टैंक में तेल के साथ निकोल और हाइड्रोजन को मिक्स करके हिलाया जाता है। इन सारी प्रक्रियाओं में तेल को 7-8 बार गर्म व ठंडा किया जाता है, जिससे तेल में पांलीमर्स बन जाते हैं, उससे पाचन प्रणाली को खतरा होता है और भोजन न पचने से सारी बिमारियां होती हैं।

*निकेल*एक प्रकार का Catalyst metal (लोहा) होता है जो हमारे शरीर के Respiratory system,  Liver,  skin,  Metabolism,  DNA,  RNA को भंयकर नुकसान पहुंचाता है।
रिफाईनड तेल के सभी तत्व नष्ट हो जाते हैं और ऐसिड (कैमिकल) मिल जाने से यह भीतरी अंगों को नुकसान पहुंचाता है।
जयपुर के प्रोफेसर श्री राजेश जी गोयल ने बताया कि, गंदी नाली का पानी पी लें, उससे कुछ भी नहीं होगा क्योंकि हमारे शरीर में प्रति रोधक क्षमता उन बैक्टीरिया को लडकर नष्ट कर देता है, लेकिन रिफाईनड तेल खाने वाला व्यक्ति की अकाल मृत्यु होना निश्चित है!
*दिलथाम के अब पढे*
*हमारा शरीर करोड़ों Cells (कोशिकाओं) से मिलकर बना है, शरीर को जीवित रखने के लिए पुराने Cells नऐ Cells से Replace होते रहते हैं नये Cells (कोशिकाओं) बनाने के लिए शरीर खुन का उपयोग करता है, यदि हम रिफाईनड तेल का उपयोग करते हैं तो खुन मे Toxins की मात्रा बढ़ जाती है व शरीर को नए सेल बनाने में अवरोध आता है, तो कई प्रकार की बीमारियां जैसे* -— Cancer*,  *Diabetes*  *Heart Attack* *Kidney Problems*

*Allergies,  Stomach Ulcer,  Premature Aging,  Impotence,  Arthritis,  Depression,  Blood pressure आदि हजारों बिमारियां होगी।*
रिफाईनड तेल बनाने की प्रक्रिया से तेल बहुत ही मंहगा हो जाता है, तो इसमे पांम आंयल मिक्स किया जाता है! (पांम आंयल सवमं एक धीमी मौत है)
*सरकार का आदेश*–हमारे देश की पॉलिसी अमरिकी सरकार के इशारे पर चलती है। अमरीका का पांम खपाने के लिए,सरकार ने एक अध्यादेश लागू किया कि,

प्रत्येक तेल कंपनियों को 40 %

खाद्य तेलों में पांम आंयल मिलाना अनिवार्य है, अन्यथा लाईसेंस रद्द कर दिया जाएगा!

इससे अमेरिका को बहुत फायदा हुआ, पांम के कारण लोग अधिक बिमार पडने लगे, हार्ट अटैक की संभावना 99 %बढ गई, तो दवाईयां भी अमेरिका की आने लगी, हार्ट मे लगने वाली  स्प्रिंग(पेन की स्प्रिंग से भी छोटा सा छल्ला) , दो लाख रुपये की बिकती हैं, जिसे हाईकोर्ट से एक व्यक्ती ने कम कराया।जिसका श्रेय मोदी लेने की कोशिश कर रहा है।
यानी कि अमेरिका के दोनो हाथों में लड्डू, पांम भी उनका और दवाईयां भी उनकी!
*अब तो कई नामी कंपनियों ने पांम से भी सस्ता,, गाड़ी में से निकाला काला आंयल* *(जिसे आप गाडी सर्विस करने वाले के छोड आते हैं)*

*वह भी रिफाईनड कर के खाद्य तेल में मिलाया जाता है, अनेक बार अखबारों में पकड़े जाने की खबरे आती है।*
सोयाबीन एक दलहन हैं, तिलहन नही…

दलहन में… मुंग, मोठ, चना, सोयाबीन, व सभी प्रकार की दालें आदि होती है।

तिलहन में… तिल, सरसों, मुमफली, नारियल, बादाम आदि आती है।

अतः सोयाबीन तेल ,  पेवर पांम आंयल ही होता है। पांम आंयल को रिफाईनड बनाने के लिए सोयाबीन का उपयोग किया जाता है।

सोयाबीन की एक खासियत होती है कि यह,

प्रत्येक तरल पदार्थों को सोख लेता है,

पांम आंयल एक दम काला और गाढ़ा होता है,

उसमे साबुत सोयाबीन डाल दिया जाता है जिससे सोयाबीन बीज उस पांम आंयल की चिकनाई को सोख लेता है और फिर सोयाबीन की पिसाई होती है, जिससे चिकना पदार्थ तेल तथा आटा अलग अलग हो जाता है, आटा से सोया मंगोडी बनाई जाती है!

आप चाहें तो किसी भी तेल निकालने वाले के सोयाबीन ले जा कर, उससे तेल निकालने के लिए कहे!महनताना वह एक लाख रुपये  भी देने पर तेल नही निकालेगा, क्योंकि. सोयाबीन का आटा बनता है, तेल नही!
सूरजमुखी, चावल की भूसी (चारा) आदि के तेल रिफाईनड के बिना नहीं निकाला जा सकता है, अतः ये जहरीले ही है!
फॉर्च्यून.. अर्थात.. आप के और आप के परिवार के फ्यूचर का अंत करने वाला.
सफोला… अर्थात.. सांप के बच्चे को सफोला कहते हैं!

5 वर्ष खाने के बाद शरीर जहरीला

10 वर्ष के बाद.. सफोला (सांप का बच्चा अब सांप बन गया है.

15 साल बाद.. मृत्यु… यानी कि सफोला अब अजगर बन गया है और वह अब आप को निगल जायगा.!
पहले के व्यक्ति 90.. 100 वर्ष की उम्र में मरते थे तो उनको मोक्ष की प्राप्ति होती थी, क्योंकि.उनकी सभी इच्छाए पूर्ण हो जाती थी।
और आज… अचानक हार्ट अटैक आया और कुछ ही देर में मर गया….?

उसने तो कल के लिए बहुत से सपने देखें है, और अचानक मृत्यु..?

अधुरी इच्छाओं से मरने के कारण.. प्रेत योनी मे भटकता है।
*राम नही किसी को मारता…. न ही यह राम का काम!*

*अपने आप ही मर जाते हैं….  कर खोटे काम!!*

गलत खान पान के कारण, अकाल मृत्यु हो जाती है!
*सकल पदार्थ है जग माही..!*

*कर्म हीन नर पावत नाही..!!*

अच्छी वस्तुओं का भोग,.. कर्म हीन, व आलसी व्यक्ति संसार की श्रेष्ठ वस्तुओं का सेवन नहीं कर सकता!
तन मन धन और आत्मा की तृप्ति के लिए सिर्फ कच्ची घाणी का तेल, तिल सरसों, मुमफली, नारियल, बादाम आदि का तेल ही इस्तेमाल करना चाहिए! पोस्टीक वर्धक और शरीर को निरोग रखने वाला सिर्फ कच्ची घाणी का निकाला हुआ तेल ही इस्तेमाल करना चाहिए!

आज कल सभी कम्पनी.. अपने प्रोडक्ट पर कच्ची घाणी का तेल ही लिखती हैं!

वह बिल्कुल झूठ है.. सरासर धोखा है!

कच्ची घाणी का मतलब है कि,, लकड़ी की बनी हुई, औखली और लकडी का ही मुसल होना चाहिए! लोहे का घर्षण नहीं होना चाहिए. इसे कहते हैं.. कच्ची घाणी.

जिसको बैल के द्वारा चलाया जाता हो!

आजकल बैल की जगह मोटर लगा दी गई है!

लेकिन मोटर भी बैल की गती जितनी ही चले!

लोहे की बड़ी बड़ी सपेलर (मशिने) उनका बेलन लाखों की गती से चलता है जिससे तेल के सभी पोस्टीक तत्व नष्ट हो जाते हैं और वे लिखते हैं.. कच्ची घाणी…

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इस पोस्ट को शेयर किजिए यह लोगों के प्राण बचाने की मुहिम हैं

Posted in छोटी कहानिया - १०,००० से ज्यादा रोचक और प्रेरणात्मक

क्रोध के दो मिनट


😡 क्रोध के दो मिनट 😡
एक युवक ने विवाह के दो साल

 बाद

प्रदेश जाकर व्यापार करने की
इच्छा पिता से कही।
पिता ने स्वीकृति दी तो वह अपनी

 गर्भवती

पत्नी को माँ-बाप के जिम्मे 

छोड़कर व्यापार
करने चला गया।
परदेश में मेहनत से बहुत धन कमाया और
वह धनी सेठ बन गया।
सत्रह वर्ष धन कमाने में बीत गए तो सन्तुष्टि हुई

और वापस घर लौटने की इच्छा हुई।
पत्नी को पत्र लिखकर आने की सूचना दी
और जहाज में बैठ गया।
उसे जहाज में एक व्यक्ति मिला जो दुखी
मन से बैठा था।
सेठ ने उसकी उदासी का कारण पूछा तो
उसने बताया कि

इस देश में ज्ञान

 की कोई कद्र नही है।
मैं यहाँ ज्ञान के सूत्र बेचने आया था

 

पर
कोई लेने को तैयार नहीं है।
सेठ ने सोचा ‘इस देश में मैने बहुत धन कमाया है,
और यह मेरी कर्मभूमि है,
इसका मान रखना चाहिए
उसने ज्ञान के सूत्र खरीदने की इच्छा जताई
उस व्यक्ति ने कहा –

मेरे हर ज्ञान

 सूत्र की कीमत 500 स्वर्ण मुद्राएं है।
सेठ को सौदा तो महंगा लग रहा था…
लेकिन कर्मभूमि का मान रखने के लिए
500 स्वर्ण मुद्राएं दे दी।
व्यक्ति ने ज्ञान का पहला सूत्र दिया-
कोई भी कार्य करने से पहले दो मिनट
रूककर सोच लेना।
सेठ ने सूत्र अपनी किताब में लिख लिया।
.

कई दिनों की यात्रा के बाद रात्रि के

 समय

सेठ अपने नगर को पहुँचा
उसने सोचा इतने सालों बाद घर लौटा हूँ तो
क्यों न चुपके से बिना खबर दिए सीधे
पत्नी के पास पहुँच कर उसे आश्चर्य उपहार दूँ
.
घर के द्वारपालों को मौन रहने का इशारा
करके सीधे अपने पत्नी के कक्ष में गया
तो वहाँ का नजारा देखकर उसके पांवों के
नीचे की जमीन खिसक गई
पलंग पर उसकी पत्नी के पास एक
युवक सोया हुआ था।
.
अत्यंत क्रोध में सोचने लगा कि
मैं परदेस में भी इसकी चिंता करता रहा 

और

ये यहां अन्य पुरुष के साथ है
दोनों को जिन्दा नही छोड़ूगाँ
क्रोध में तलवार निकाल ली
.
वार करने ही जा रहा था कि उतने में ही
उसे 500 स्वर्ण मुद्राओं से प्राप्त ज्ञान सूत्र
याद आया –
कि कोई भी कार्य करने से
पहले दो मिनट सोच लेना
सोचने के लिए रूका
तलवार पीछे खींची तो एक बर्तन से टकरा गई
.

बर्तन गिरा तो पत्नी की नींद खुल गई
जैसे ही उसकी नजर अपने पति

 पर पड़ी

वह ख़ुश हो गई और बोली –
आपके बिना जीवन सूना सूना था
इन्तजार में इतने वर्ष कैसे निकाले
यह मैं ही जानती हूँ
.
सेठ तो पलंग पर सोए पुरुष को
देखकर कुपित था
पत्नी ने युवक को उठाने के लिए कहा – 

बेटा जाग
तेरे पिता आए हैं 
युवक उठकर जैसे ही पिता को प्रणाम
करने झुका माथे की पगड़ी गिर गई
उसके लम्बे बाल बिखर गए
.
सेठ की पत्नी ने कहा – स्वामी ये आपकी बेटी है।
पिता के बिना इसके मान को कोई आंच न आए

इसलिए मैंने इसे बचपन से ही पुत्र के समान ही

पालन पोषण और संस्कार दिए हैं।
.
यह सुनकर सेठ की आँखों से
अश्रुधारा बह निकली।
पत्नी और बेटी को गले लगाकर
सोचने लगा कि यदि
आज मैने उस ज्ञानसूत्र को नहीं अपनाया होता
तो जल्दबाजी में कितना अनर्थ हो जाता
मेरे ही हाथों मेरा निर्दोष परिवार खत्म हो जाता
.

ज्ञान का यह सूत्र उस दिन तो मुझे महंगा
लग रहा था लेकिन ऐसे सूत्र के लिए तो
500 स्वर्ण मुद्राएं बहुत कम हैं

.
‘ज्ञान तो अनमोल है’
इस कहानी का सार यह है कि
जीवन के दो मिनट जो दुःखों से बचाकर
सुख की बरसात कर सकते हैं।
वे हैं – ‘क्रोध के दो मिनट’
.
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 किसी व्यक्ति को उसके क्रोध पर अंकुश रखने के 

लिए 

प्रेरित कर सकता है।

😌🙂☺