Posted in संस्कृत साहित्य

संजय गुप्ता

🙏🙏🙏जय माता दी 🙏🙏🙏
9 दिन भोग क्या लगाए देवियों को

नौ दिन के इस त्योहार में, नौ देवियों को नौ अलग-अलग भोग लगाएं जाते हैं। आज हम आपको मां के इसी 9 भोग के बारे में बताने जा रहे हैं। आप भी जानिए किस मां को क्या लगाते हैं

  1. घी से होती है शरूआत
    नवरात्र का पहला दिन मां शैलपुत्री को समर्पित होता है। मान्यता है कि हिमालय राज की पुत्री मां शैलपुत्री को सफेद रंग काफी पसंद होता है। इसी के चलते मां को घी को भोग और घी का ही दिया जलाया जाता है। आप भी नवरात्र के पहले दिन की शुरूआत देशी घी का भोग लगाकर ही करें।

  2. शक्कर सी मीठी ब्रह्मचारिणी
    नवरात्र का दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी को समर्पित होता है। लंबी उम्र की कामना के साथ मां को ब्रह्मचारिणी को शक्कर का भोग लगाया जाता है। आप इस दिन मां को सफेद शक्कर, मिसरी या सफेद मिठाई का भोग लगा सकते हैं।

  3. चंद्रघंटा को पसंद है दूध
    नवरात्र के तीसरे दिन हम मां के जिस रूप की पूजा करते हैं उसे चंद्रघंटा कहा जाता है। मां चंद्रघंटा को दूध पसंद है। यही कारण है कि नवरात्र के तीसरे दिन आपको मां चंद्रघंटा को दूध का भोग लगाना चाहिए। आप चाहें तो दूध से बनी मिठाइयां या व्यंजन मां को भोग में लगा सकते हैं।

  4. मालपुआ से खुश हो जाएगी मां कुष्मांडा
    नवरात्र का चौथा दिन मां कुष्मांडा को समर्पित होता है। इस दिन मां से मानसिक क्षमता में वृद्धि और निर्णय लेने की प्रर्थना की जाती है। मां कुष्मांडा को मालपुआ काफी पसंद है। यही वजह है कि इस दिन मां को मालपुए का भोग लगाया जाता है। आप भी इस दिन मालपुआ का भोग मां को लगाकर उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं।

  5. स्कंदमाता को केले का भोग
    नवरात्र के पांचवे दिन यानी पंचमी को स्कंदमाता के स्वरूप को पूजा जाता है। इस दिन माता को केले का भोग लगाना शुभ माना जाता है। मान्यता ये भी है कि केले का भोग लगाने से मां की कृपा होती है और सभी शारीरिक कष्ट दूर होते हैं।

  6. कात्यानी देवी होंगी शहद से खुश
    नवरात्र के छठे दिन मां कात्यानी की पूजा होती है। इस दिन मां कात्यानी को शहद का भोग लगाया जाता है। इस दिन मां के स्वरूप को शहद का भोग लगाया जाता है। अगर आपके पास शहद नहीं है तो इस दिन शुद्ध घी या मीठी दही का भी भोग लगा सकते हैं।

  7. गुड़ दिलाएंगा मां कालरात्रि का आशिर्वाद
    नवरात्र के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है। इस दिन मां को गुड़ का भोग लगाया जाता है। इसके साथ ही पान के पत्ते पर कपूर, लौंग का भोग भी आप कालरात्रि मां को लगा सकते हैं।

  8. आठवें दिन नारियल
    नवरात्र के आठवें यानी अष्टमी को नारियल का भोग लगाया जाता है। ध्यान रखिए कि इस नारियल में पानी होना चाहिए। ब्राह्मणों में भी इस दिन नारियल चढ़ाने की खास परंपरा होती है।

  9. सिद्धदात्रि के दिन अनार
    वैसे तो आप मां को फल चढ़ा सकते हैं लेकिन नवराक्ष के आखिरी दिन यानी सिद्धदात्रि के दिन मां को अनार का भोग लगाना चाहिए। इसके अलवा आप इस दिन सफेद तिल के लड्डू का भोग भी लगा सकते हैं। आप चाहें तो चावल की खीर भी भोग के रूप में बना सकते हैं।

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