Posted in छोटी कहानिया - १०,००० से ज्यादा रोचक और प्रेरणात्मक

एक कौवा सोचने लगा कि पक्षियों में, मैं सबसे ज्यादा कुरूप हूं। न तो मेरी आवाज ही अच्छी है, न ही मेरे पंख सुंदर हैं। मैं काला हूं। ऐसा सोचने से उसके अंदर हीन भावना घर करने लगी और वह दुखी रहने लगा। एक दिन एक बगुले ने उसे उदास देखा तो उसकी उदासी का कारण पूछा।
कौवे ने कहा- ‘तुम कितने सुंदर हो। मेरा तो जीना ही बेकार है।’ बगुला बोला- ‘दोस्त मैं कहां सुंदर हूं। मैं जब तोते को देखता हूं, तो यही सोचता हूं कि मेरे पास हरे पंख और लाल चोंच क्यों नहीं है।’
अब कौए में सुंदरता को जानने की उत्सुकता बढ़ी। वह तोते के पास गया। बोला- ‘तुम इतने सुंदर हो, तुम तो बहुत खुश रहते होगे?’ तोता बोला- खुश तो था, लेकिन जब मैंने मोर को देखा, तब से बहुत दुखी हूं, क्योंकि वह बहुत सुंदर होता है।
कौवा मोर को ढूंढ़ने लगा, लेकिन जंगल में कहीं मोर नहीं मिला। जंगल के पक्षियों ने बताया कि सारे मोर चिडि़याघर वाले पकड़ कर ले गए हैं। कौवा चिडि़याघर गया, वहां एक पिंजरे में बंद मोर से जब उसकी सुंदरता की बात की, तो मोर रोने लगा।
रोते-रोते बोला- ‘शुक्र मनाओ कि तुम सुंदर नहीं हो, तभी आजादी से घूम रहे हो, वरना मेरी तरह किसी पिंजरे में बंद होते।’
दूसरों से तुलना करके दुखी होना बुद्धिमानी नहीं है। असली सुंदरता हमारे अच्छे कार्यों से आती है।

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एक भाई जंगल के नज़दीक बसे अपने घर को देर रात लौट रहे थे। टल्ली थे पूरी तरह । रास्ते में उसे एक चिकन वाला दुकान बन्द करते दिखा….।

“अबे चिकन है क्या?” उसने हाँक लगायी।

“एक कच्चा रखा है, दूँ क्या? तंदूरी तो सब बिक गये” दुकानदार ने उसे टालना चाहा।

“चल कच्चा ही दे दे, बीवी पका देगी, अभी वक्त ही क्या हुआ है ?” उसे अंदाज़ा ही नहीं था कि रात के बारह बज चुके थे। दुकानदार ने उसे कच्चा चिकन पैक कर के दे दिया ।

मौहल्ले के बाहर भाई को कुत्ते भौंकते मिले। वह उन्हें गालियाँ देता आगे बढ़ता रहा। तभी एक बहुत मोटा ताजा सा कुत्ता सामने आ गया, जो भौंक नहीं रहा था,सिर्फ उसे घूर रहा था…।

“तू बहुत अच्छा कुत्ता है, मुझे भौंक नहीं रहा ..ले तू…चिकन खा ले,” ने उसे पुचकारते हुए पूरा चिकन खोल कर दे दिया।उसने मजे लेकर खाया, तो शराबी ने उसकी पीठ पर हाथ फेरा और अपने घर की ओर चल पडे।

घर का दरवाज़ा बीबी ने खोला। हमेशा की तरह नाराज़ थी वो। हद करते हो आप। आधी रात को घर लौटने से बेहतर था वही सो जाते। ख़ैर बीबी ने जो भी परोसा उसे चुपचाप खाने में ही भलाई समझी उसने।

तभी बीबी के फोन पर पडोसन ने एक तेजी से वायरल होता वीडियो भेजा।

कैप्शन था ‘’ हमारी कॉलोनी के हीरो ’’—

बीबी ने वीडियो देखा । जो देखा उससे उसके होश फ़ाख्ता हो गए। वीडियो में वही भाई एक ख़ूँख़ार से तेंदुए की पीठ पर हाथ फेरता मौजूद थे।