💐💐पहनावा💐💐
एक बार एक व्यक्ति रेलवे प्लेटफार्म पर उतरता है और तरोताजा होने के लिये किसी सैलून में जाता है!
उसके वस्त्रों और हाव भाव से वह साधारण सा गरीब व्यक्ति सा लग रहा था,
वहां के कर्मचारियों ने उसी प्रकार से उसका कामचलाऊ सा शेव साबुन करके निपटा दिया|
जब उस गरीब के द्वारा पैसे देने की बारी आयी तो उसने शाही रकम का भुगतान किया!
सब अचंभित हुए!
कुछ समय बाद जब वो अगली बार गया
तो
अबकी बार उसका बङे शाही तरीके से मिजाज पुर्सी किया गया ।
ये सोचकर कि जब ये बंदा मामूली काम के बढ़िया पैसे दे गया तो आज और ज्यादा देगा,
पर इस बार उसने जो मामूली सा बनता था वही दिया।
अब पूछने पर उसे जवाब मिलता है,
“आज के काम के पैसे पिछली बार दिये थे और उस बार के आज” ।
सेवक बहुत शर्मिंदा हुए अपने पहली बार के पक्षपाती व्यवहार पर!
संदेश- किसी के बाह्य वस्त्र, हाव भाव को देखकर आप उसे हल्का ना समझें,सबके साथ समान व्यवहार करें!
जय माँ शारदे.सद्बुद्धि दें,विवेक दें!