चौधरी जी एक बेहद कडक औऱ अनुशासनप्रिय ऑफिसर थे !
स्टाफ अगर लेट आए तो उनको बिलकुल बर्दाश्त नहीं होता !समझ लीजिए कि वे स्कूल टीचर की तरह देर से आने वाले को मुर्गा बना देते थे…….
नियम यह था कि जो भी स्टाफ लेट आएगा वह रजिस्टर में लेट आने का सही कारण भी लिखेगा…..!
उस दिन ऑफिस आने पर जब चौधरी जी ने रजिस्टर देखा तो उनका दिमाग ही ख़राब हो गया..!वे गुस्से से तमतमा गए…
तुरंत सारे स्टाफ मेंबर्स को केबिन में बुलाया गया…..
सारे स्टाफ मेंबर्स केबिन में लाइन से गर्दन झुका कर खड़े थे…!किसी को समझ में नहीं आ रहा था कि माज़रा क्या है…
चौधरी जी की आँखों से मानो अंगारे बरस रहे थे और वे गुस्से से लाल पीले हो रहे थे…!
इतने में ही चपरासी मिठाई का डब्बा लेकर आया…
और चौधरी साहब को दिया !
चौधरी साहब उठे……
आँखे तरेरते हुए सारे स्टाफ को मिठाई हाथ में दी और कहा – “खाओ’….!
किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था पर डर के मारे सबने मिठाई खा ली…!
“बधाई हो बधाई”,चौधरी साहब चिल्लाए…..!
और कहा….
“मुझे बहुत ख़ुशी है कि आज ऑफिस में एक साथ दस स्टाफ मेंबर्स की पत्नियां प्रेग्नेंट है”!
“और इससे भी बड़े आश्चर्य की बात यह है कि सबकी सोनोग्राफी भी आज ही हुई है”!
“बेवकूफो…..रजिस्टर में लिखते समय एक बार यह तो देख लो कि ऊपर वाले ने क्या लिखा है….बिना देखे ‘Same As Above’ लिख देते हो……..
और तो और इससे भी बड़ा आश्चर्य यह है कि इन दस लोगों में दो लेडीज भी हैं जिनकी वाइफ प्रेग्नेंट है !मूर्खों….बहाना बनाना सीखो….किसी की नकल मत करो…