⛳सनातन-धर्म की जय,हिंदू ही सनातनी है✍🏻
👉🏻लेख क्र.- सधस/२०७७/श्रा./कृ/१३ – ९८०
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
⚜️गौरक्षा एवम् गौसंवर्धन⚜️
⛳🙏🏻शिवाजी महाराज के बाल्यकाल की घटना है। अपने पिता के साथ वे बादशाह के यहाँ जा रहे थे। बीजापुर की बात है। रास्ते में एक कसाई गाय🐄 को घसीटते हुए ले जा रहा था😢🤚🏻 और वहाँ के बाजार के जो हिन्दू थे, वे सिर झुका करके बैठे थे।😢 मुगलशासन था, कौन क्या कर सकता था ? उस समय शिवाजी की उम्र दस वर्ष की भी नहीं थी, नौ-दस के बीच की रही होगी । बालक शिवाजी ने तलवार🗡️ खींची और पहले तो गाय 🐄की रस्सी काटकर उसे बन्धनमुक्त कर दिया और वह कसाई कुछ कहे, इससे पहले ही उसके मस्तक को धड़ से अलग कर दिया😳😊👌🏻–यह है शौर्य ⛳।🤚🏻😊✔️
👉🏻प्राचीन समय में इतनी बड़ी संख्या में गोधन हमारे देश में था कि जब ग्वारिया गायों 🐄को लेकर आते तो गायों के खुरों से इतनी रज उड़ती थी कि दिन में ही सूर्यास्त का अनुभव होता।😳✔️ महाभारत के ‘अनुशासन-पर्व ‘ में आता है कि धर्मराज युधिष्ठिर के यहाँ दस हजार गोसदन थे–गौवर्ग थे, तो वर्ग क्या है ? एक वर्ग में ८ लाख गायें थीं।😳😳✔️ इससे लगता है कि जनसंख्या कम थी, गायें ज्यादा थीं। आगे फिर लिखा है कि एक लाख, दो लाख पचास हजार, तीन लाखके गोसदन तो अनेक थे।✔️😳
वर्तमान में जो गाय🐄 के विरोधी हैं, वे भगवान्, धर्म, गुरु और वेद–इन सबके विरोधी हैं।✔️ हमारा चाहे जैसा स्वार्थ हो, लेकिन हमें गाय 🐄का विरोध करने वाले के पक्ष में जाकर खड़ा नहीं होना चाहिये, चाहे जैसा पद- प्रतिष्ठा का लालच हो, ऐसे लोगों को अपना मत भी नहीं देना चाहिये।😊⛳✔️ गाय के प्रति जिनकी निष्ठा नहीं, श्रद्धा नहीं, गाय🐄की रक्षा जो नहीं चाहता। ऐसे व्यक्ति या दल को अपना मत देने का तात्पर्य है कि हम गोवध में हिस्सेदार बन रहे हैं और निश्चित ही हम गोवध के भागी भी होंगे। इस सम्बन्धमें बहुत सावधानी रखनी है।✔️⛳
जय गौमाता की⛳✔️
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
जनजागृति हेतु लेख प्रसारण अवश्य करें⛳🙏🏻
कोणस्थ पिंगलो बभ्रु: कृष्णो रौद्रोन्तको यम:।
सूर्यपुत्र शनिदेव की जय⛳
⛳⚜️सनातन धर्मरक्षक समिति⚜⛳