विषय- बाधाएं आती हैं आयें
विधा-मनहरण घनाक्षरी
शिल्प-८,८,८,७वर्ण प्रति चरण कुल ४चरण।
बाधाएं आती है आयें,
आप नहीं घबरायें।
खुदी पे भरोसा कर,
आगे बढ़ जाइये।
होना न निराश कभी,
बहुत समय है अभी।
कल का पता है किसे,
आज न गँवाइये।
बाधाएँ अनेक मिले,
इरादों से नहीं हिले।
संम्भव है काम सारे,
जोर तो लगाइये।
हुए असफल कभी,
गुजरा वो पल कभी।
जीवन में जीना है तो,
नयी गीत गाइये।
बिनोद कुमार “हँसौड़ा”२/०६/१८
दरभंगा(बिहार)