*श्री राम आर्य थे और वेदो के ज्ञाता थे* जो लोग अपने आप को आर्य कहलवाने में शर्माते है और आर्यो को विदेशी कहते है और साथ में श्री राम की पूजा भी करते है , उन्हें यह जानना चाहिए की श्री राम आर्य थे और वेदो के ज्ञाता है वाल्मीकि रामायण , बालकाण्ड सर्ग1 श्लोक16 *आर्य सर्वसमश्चव् सदैव प्रियदर्शन* ऋषि वाल्मीकि , श्री राम के सम्बन्ध में कहते है कि वे आर्य है , समदृष्टि है और प्रियदर्शन है *सर्वविद्याव्रतस्नातो यथावत् साङ्गवेदवित् ।।―(अयो० १/२०)* *भावार्थ―* श्रीराम सर्वविद्याव्रतस्नातक तथा छहों अङ्गों सहित सम्पूर्ण वेदों के यथार्थ ज्ञाता थे। अब हिन्दुओ आँखे खोलो और अपने आपको आर्य कहलवाना पसंद करो *वेदो का अध्ययन करना प्रारंभ तो करो* वरना कोई भी ऐरा गैरा विधर्मी प्रचारित कर देगा की वेदो में गौमांस का विधान है और हम अज्ञानवश संदेह में ही जीते रहेंगे । *धर्म की रक्षा करनी हो तो धर्म का सही ज्ञान लो* #गर्व_से_कहो_हम_आर्य_है
नीरज आर्य अँधेड़ी
kya aapko malum hai sri ram ke purwaj ke bare mai.ye ek lambi srinkhla hai eske leye garur or agni puran jaruri hai,tab sayad ham kah payenge ki sri ram aarya the ya nahi.
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