।। जय भारत ।। आज जो सीमा भारत की चीन के साथ लगती है , वह वास्तव में तिब्बत की है, जिसके मुखिया दलाई लामा है, वह 1959 से धर्म शाला में तिब्बत की एक निर्वासित सरकार सरकार चला रहे है ।
तिब्बत एक स्वतंत्र राष्ट्र था , किन्ही विशेष परिस्थितियों में उसे चीन से सहायता लेना बहुत महंगा पड़ा । चीन जब अपनी आंखें तिब्बत पर गड़ा रहा था, उस समय नेहरू से देश की प्रमुख राजनीतिक दलों ने कहा था कि चीन के कुत्सित प्रयासों पर UNO का ध्यान खींचें और तिब्बत को भारत और चीन के बीच बफ़र स्टेट माने । नेहरू नहीं माने । चीन ने तिब्बत को अपने कब्जे में लिया और दलाई लामा को तिब्बत से भागना पड़ा ।
चीन केवल तिब्बत तक ही नही रुका बल्कि 1962 में भारत पर आक्रमण कर हज़ारों किलोमीटर भूमि हथिया ली ।
आज जो सीमा भारत की चीन के साथ लगती है , वह वास्तव में तिब्बत की है, जिसके मुखिया दलाई लामा है। वह 1959 से धर्म शाला में तिब्बत की एक निर्वासित सरकार सरकार चला रहे है ।
ओम प्रकाश त्रेहन