Posted in राजनीति भारत की - Rajniti Bharat ki

BJP


​👉नेहरु के बाद इंदिरा,

👉इंदिरा के बाद संजय……

👉संजय के बाद राजीव

👉राजीव के बाद सोनिया……

👉सोनिया के बाद राहुल……

👉राहुल के बाद प्रियंका….

👉लालू लाया राबड़ी को…..

👉राबड़ी लाई मीशा, तेजस्वी, तेजप्रताप को…….

👉बाला साहेब लाये उद्धव को……

👉उद्धव लाये आदित्य को…….

👉शरद पवार लाये भतीजे अजित को और

बेटी सुप्रिया को……

👉मुलायम लाये अखिलेश को, शिवपाल, रामगोपाल, और १५ परिवार वालों को…..

👉अखिलेश लाये डिम्पल को…….

👉पर अटल जी किसको लाये??…..

👉अड़वाणी जी किसको लाये??……

👉मोदी जी किसको लायेंगे या उन्हें कौन

लाया??……

👉मनोहर परिकर, सुरेश प्रभु, उमा भारती, व बाकी नेता किसके रिश्तेदार हैं…

👉देवेन्द्र फडनवीस को कौन लाया??……

👉बीजेपी के लोकसभा के सभी २८२ बीजेपी सांसद में सिर्फ पांच सांसद नेताओं के पुत्र या पुत्री हैं जो पार्टी में कर्म के हिसाब से जगह बनाये हैं..

👉हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर को कौन लाया??…..

👉छत्तीसगढ़ के सीएम डॉ. रमन सिंह को कौन लाया??……

👉मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान को कौन लाया??…..

👉आनंदी बेन पटेल को कौन लाया??…..

👉गोवा के सीएम लक्ष्मीकांत पारेस्कर को कौन लाया??…..

👉झारखंड के सीएम को कौन लाया…

👉असम के सीएम सर्वानंद सोनवाल किसके रिश्तेदार हैं…

👉हम बीजेपी के  हैं. लेकिन हम

ये भलीभांति जानते हैं

कि बीजेपी ही ऐसी पार्टी है, जो भाई-भतीजे वाद में नही, सिर्फ कार्यकर्त्ताओ की कार्यकुशलता के दम पर ही आगे बढ़ती है

और योग्यता के आधार पर इनके कार्यकर्ताओं को उचित स्थान

मिलता प्राप्त होता है…….

हम अंधे कार्यकर्ता बनकर, कन्धों पर झंडे लगाकर अपने स्वार्थी नेताओ के नारें ही नही लगाते. बल्कि समय आने पर

👉बीजेपी समर्थक आलोचना भी भरपूर करते है …..

दूसरी पार्टियों के ये नेतागण अपने ही परिवार के लोगो को आगे करके

अपनी गन्दी राजनीती से अंधे कार्यकर्ताओ के दम पर अपनी रोटियाँ सेंकते आये हैे और सेंकते रहेंगे…..

👍एक बार अपने दिमाग को रिसेट कर ये बात

जरुर सोचिए……

आज के समय में बीजेपी को छोड कर कोई ऐसी कोई भी पार्टी नही है. जो अपने परिवार को नही, अपने देश की सोचते है,..!!

Bjp का छोटासा कार्यकर्ता गुरु चरण परमार गुरु भैया भोपाल ashta 

वन्दे मातरम जय हिन्द ….!!