अध्यापक भारत with Pooja Sharma and 99 others.
ताजमहल मंदिर है और एक इस्लामिक ईमारत नहीं है इसके महापुख्ता सबूत नीचे देखें
1. क्या लाश को जमीन की जगह दूसरी या तीसरी मंजिल में दफनाया जाता है जैसे ताजमहल में है ?
2. विश्व मैं जितने भी इस्लामिक मकबरे हैं उन सबका मुंह काबा मक्का की तरफ है यानि सारे भारत के सभी मकबरों का मुंह पश्चिम की तरफ है लेकिन ताजमहल का मुंह दक्षिण की तरफ है स्वयं जाकर देख लें !
3. आप किसी भी मुस्लिम कब्रिस्तान मैं जाकर देख लीजिये आपको सभी कब्रों का मुंह पश्चिम की तरफ मिलेगा …..
4. शाहजहाँ की बेगम का नाम मुमताज उल जमानी था ..मुमताज महल नहीं था
5. अमेरिकन वैज्ञानिक मर्विन मिलर ने ताजमहल के एक द्वार का कुछ नमूना लेकर कार्बन टेस्ट विधि से चैक किया और बताया कि इसका निर्माण बाबर से भी सैकड़ों वर्ष पुराना है.
6.ताजमहल के नीचे उपस्थित शाहजहाँ निर्मित कब्रों के चारों ओर अनेक कक्ष हैं जिन्हें वर्षों पहले बंद कर दिया गया था.
7. ताजमहल के पीछे की ओर यमुना नदी बहती है जिस पर बने हुए घाट की एक अंग्रेज अधिकारी ने 19वी सदी में फोटो ली थी जिस घाट को अब तोड़ दिया गया है.
8. ताजमहल में अनेक जगह गणेश जी जैसी आकृतियाँ बनी हुई हैं.
9. ताजमहल में अनेक जगह पुराने निर्माण को छुपाती हुई नई चीजें नजर आएँगी जो उसके बहुत संदेहास्पद हैं.
10. शाहजहाँ के द्वारा जयपुर के राजा से ताजमहल मांगने के लिए भेजा गया पत्र आज भी वहां के किले के संग्रहालय में है.
11. ताजमहल का विशाल चबूतरा वास्तव में मन्दिर की दूसरी मंजिल है जिसके मुख्य द्वार को बाद में शाहजहाँ ने सीढियां बनवाकर छुपा दिया,आज भी सीढ़ियों के पीछे दीवार पर बनी नक्काशी को सीढियां आधा छुपा रही हैं.
12. चबूतरे के नीचे अनेक गुप्त कमरे हैं जिन्हें शाहजहाँ के समय से बंद कर दिया गया था. आज भी नीचे से दाई और बाई तरफ से जाने पर वे कमरे बाहर से दिखाई देते हैं.
13. ताजमहल के शीर्ष पर वैसा चन्द्रमा बना है जैसा भगवान शिव के मस्तक पर दिखता है और उस चन्द्रमा के बीच में कलश पर आम के पत्तों पर रखे नारियल की आकृति है जिसे हिन्दू लोग हर धार्मिक आयोजन में प्रतिष्ठित करते हैं जबकि इस्लाम में इस आकृति का जरा भी महत्व नहीं है.
14. विश्व के प्रसिद्ध इतिहासकार प्रो. पुरुषोत्तम नागेश ओक द्वारा इस पर वर्षों के अनुसन्धान के बाद लगभग 108 ऐसे सबूत दिए गये जो इसे शिव मन्दिर सिद्ध करते हैं, इस विषय पर उनकी प्रसिद्ध पुस्तक “ताजमहल एक मन्दिर” जरुर पढ़ें.
15.आगरा मुख्यतः जाटों की नगरी है| जाट लोग भगवान शिव को तेजाजी के नाम से जानते हैं| आगरा भरतपुर राजस्थान मैं
तेजा मंदिरों की पूरी फेहरिश्त है The Illustrated Weekly of India के जाट विशेषांक (28 जून, 1971) के अनुसार जाट लोगों के तेजा मंदिर हुआ करते थे| अनेक शिवलिंगों में एक तेजलिंग भी होता है जिसके जाट लोग उपासक थे| आगरा भरतपुर राजस्थान मैं कुछ प्रमुख तेजा मंदिर इस प्रकार हैं
1.वीर तेजा मंदिर जोधपुर राजस्थान जाट समाज जोधपुर के सौजन्य से , 2.श्री वीर तेजा मंदिर नई मंदी , घडसाना , अनुपगढ (गंगानगर) राजस्थान 3.वीर तेजाजी का मंदिर पूरा राजगढ़ बोरा मध्य प्रदेश 3.तेजाजी मुक्तिधाम टेम्पल सुरसुरा
4.तेजाजी चौक टेम्पल भिल्वारा राजस्थान
5.तेजाजी मंदिर नीयर जाट विल्लेज मेगार्दा पोस्ट दीपावास तहसील रायपुर जनपद-पाली राजस्थान
5.वीर तेजाजी मूवी(1982) राजस्थानी सिनेमा की सबसे हिट फिल्म है ये फिल्म वीर तेजाजी के के जीवन पर आधारित है वीर
तेजाजी भगवन शंकर के परमभक्त थे
6.विश्व हिन्दू परिषद् ने 5 अप्रैल 2005 को राडार तकनीक से ताजमहल की जांच वैज्ञानिकों से कराने की मांग की थी और अयोध्या मैं राडार तकनीक के माध्यम से सबूत जुटाकर हाई कोर्ट को भेजे गए थे उसी तर्ज पर आगरा का मामला भी ASI को पत्र
लिखकर तोगड़िया ने उठाया और कहा की ये शाहजहाँ से भी 400 वर्ष पुराना है इस पर उत्तर प्रदेश सुन्नी वक्फ बोर्ड ने आपत्ति दर्ज की थी …यह खबर पी टी आयी न्यूज़ एजेंसी के माध्यम से आउटलुक मेग्जिन मैं छपी थी …. यह खबर देखने के लिए नीचे क्लिक करेंhttp://news.outlookindia.com/items.aspx?artid =290408 7.ताजमहल पर उत्तर प्रदेश वक्फ बोर्ड के मालिकाना दावे को आगरा कोर्ट के सिटी मजिस्ट्रेट ने नकारते हुए केंद्र सरकार और पुरातात्विक मंत्रालय को भेजा था
