ABP NDTV AAJ TAK TIMES NOW NEWS EXPRESS NEWS NATION etc CHANNELS वालों से एक ही बात पुछना चाहता हुँ की अल्पसंख्यको को लेकर जो ततपरता दिखती है परनतु वो ही ततपरता बहुसंख्यको को लेकर नही दिखती।जो भी जवाब आप लोगो ने अब तक स्वयं में ही cbi or jury बनकर दिये है व देते हो वो सभी को मालुम है, इसीलिये तो जवाब मुझे बिना किसी लीपापोती, तर्क व घुमाफिराकर या गढ़े मुर्दे उखाड़ कर नही चाहिये वरन सटीक व स्पष्ट जवाब चाहिये,कयोकि अल्पसंख्यकों के द्वारा बहुसंख्यको के साथ उन्होंने जो भी ग़लत क्रूरता अन्याय आदि करा सो करा,परनतु उन विषयों पर आप कितना काम मेहनत व डिबेट लगातार कर रहे है जिससे लगे की आप सच्चे पत्रकार ही नही वरन जागरूक भारतीय भी है-
१-विस्थापित कशमीरी हिन्दुओं को दुबारा कश्मीर मे बसाने के लिये आपने क्या व किस तरह से जतन कर रहे है व क्यों नही मुहीम चलाई जा रही ???
२-उतर पूर्व मे सैकड़ों विस्थापित हिन्दुओ के लिये मुहिम..???
३-युनीफारम कोड पर मुहीम आपके द्वारा क्यों नही चलाई जा रही???
४-आप सच को सच व ग़लत को ग़लत नही कह कर वरन मनमुताबिक उसे घुमाफिराकर डिबेट का हिस्सा बना देते है???
५-आप सकारात्मक आलोचना नही करके नकारात्मक व आक्रामक रवैया अख़्तियार किये रखते हो जिससे विपरीत प्रभाव पडता है???
६-सरकारी नीतियों की सकारात्मक आलोचना या सुझाव देना ठीक है, परनतु कमर कसकर नकारात्मक आलोचना डिबेट के बहाने छीछालीदर करना व छोटी छोटी बातों पर ज़बरदस्त खिंचाई क्यों ???
७-केवल TRP ही सब कुछ है ? सूर्य नमसकार का विरोध एवं वनदेमातरम व झण्डे के अपमान पर आप उसे बताते नही या सरसरी तौर ही बतायेंगे क्यों??
८-धर्म परिवर्तन मुद्दे पर कानुन बनाने पर विपक्ष द्वारा यु टर्न लेने पर आपके द्वारा इस केस को आरोप प्रत्यारोप तक सीमित कर दिया गया जबकि इसे कानुन पास करवाने का मुद्दा बनाने की मुहीम चलानी चाहिये थी ???
९-गोधरा कांड मे अल्पसंख्यको के द्वारा सर्वपरथम साठ हिन्दुओ को जलाया गया उसका कोई विशेष ज़िक्र नही वरन तदुपरानत भड़की हिसां को आज तक पीट रहे है उन साठ को लेकर मुहिम क्यों नहीं ???
१०- केजरीवाल जी ने २०११ मे एक ही नारे पर ज़ोर दिया था की जनलोकपाल लाना है कांग्रेस मुक्त भारत बनाना है परनतु अचानक ये नारा छोड़ बीजेपी उस पर भी मोदी जी के पीछे पड़ गये।
११-किसी नेता ने क्या कह दिया या नही इस पर डिबेट करना खिंचाई करना,ज़बरदस्ती बाल की खाल निकालते हुवे डिबेट का विषय बनाते हुवे खिंचाई करना आदि पर ऐसा क्यों??? क्या इससे मीडिया की इमेज अचछी बनती है, कया देश विदेश की बहुत सारी ख़बरों का अकाल पड़ गया???
१२- बहुसखयक कुछ भी ग़लत करे या बोल दे उसकी लेनी देनी कर देते है, परनतु अल्पसंख्यक कुछ भी करे या बोले हलके से लेकर रफ़ा दफ़ा करेंगे, जैसे आज़मंखान,ओवेशी ने तो इतनी गम्भीर बात बहुसखयको के ख़िलाफ़ कही कि 15 मिनट पुलिस को दूर रखे आदि….??? परनतु इन पर डिबेट खिंचाई छीछालीदर आदि कुछ नही..???
१३-ISIS BOKO HARAM etc terrorist groups आदि जिस ढंग से अमानवीय क्रूरता का प्रदर्शन कर रहे है इसके एवज़ मे उनके विरूद्ध किसी भी भारतीय मुसलिम समुदाय के संगठन ने आज तक कठोरता से उच्च स्वर मे आवाज उठाते हुवे आतंकवादी संगठनों के ख़िलाफ़ किसी भी तरह की कोई मुहीम नही चलाई। (व्यक्तिगत आवाज ऐसे मौक़ों पर गौण हो जाती है।) क्या मीडिया वालों ने मुसलिम समाज की इस चुप्पी व धर्मभीरूता पर कोई मुहिम चलाई.???
१४- व्यक्तिगत मोदी जी कमीयो के पुतले है या बुदधीमान ईमानदार साहसी जीवट वाले व्यक्तित्व??
१५-पिछली सरकार मे हमारे देश की छवि विदेशों मे कया थी?? उस समय वर्ल्ड बैंक ने कया कहा था ???
१६- सरकार की अचछी नीतियों को जनता से अवगत करवाना, यदि कुछ कमी है तो उसे सरलता से बताकर छोड़ देना, यदि कमी फिर भी दूर नही हो तब मुहीम छेड़ना चाहिये परनतु छीछालीदर नही करना, कया नकारात्मक ही रूख अपनाये रखना ही पत्रकारिता है???
१७-अब देश मे बच्चों को मालुम पड़ रहा है कि देश की आज़ादी मे गांधी व नेहरू के अलावा असंख्य देशभक्तों का हाथ है, नेहरू व गांधी के नाम के अलावा और नाम की चर्चा नही, कया इस पर मुहीम चलाई???
१८- पड़ोसी देशों से त्रस्त हमारे देश के जवानों द्वारा कोई भी कार्यवाही पर विपक्ष की तरह हाय तौबा क्यों ? उनकी हौसलाअफजाई की बजाय कया सेना को भी राजनेता समझ रखा है???
१९-सच कहुं बातें बहुत है परनतु आपमें व बिग बास मे कोई अन्तर नही है आप राजनैतिक क्षेत्र मे मंथरा व शकुनि दोनो हो जबकि बिग बास मे उपरोक्त चरित्र बनने के लिये टॉसक दिया जाता है।