अरथुना बांसवाडा के मंदिर
मित्रों बांसवाडा के अरथुना स्थान को देखने का अवसर मिला |पुरातात्विक महत्व का इस स्थल को देखना रोमांचक अनुभव रहा |अरथुना, बांसवाड़ा के दक्षिण पश्चिम में 55 किलोमीटर दूर स्थित प्राचीन कस्बा है। इसका प्राचीन नाम उत्थुनक बताया जाता है। यहाँ पर
अरथुना ग्राम की अनेक टेकरियों की खुदाई मं मन्दिर मिले हैं। पुरातात्विक दृष्टि से इसकी रक्षा हेतु पुरातत्व विभाग सक्रिय है। कहा जाता है की इस क्षेत्र में हल के साथ ईंटे बाहर निकल आती हैं जिनसे पता चलता है कि यहां धरती के भीतर अनेक मन्दिर व प्रासाद दबे पड़े हैं।
सन् 1954 में पुरातत्व विभाग के संरक्षण में लेने के बाद इस समूचे क्षेत्र की व्यापक खुदाई में बडी संख्यामें मूर्तियां और मन्दिरों का अस्तित्व सामने आया। अब तक खुदाई में 30 से अधिक मंदिरों को अस्तित्व में लाया जा चुका है। इसमें सर्वाधिक प्राचीन मंदिर मण्डलेश्वर शिवालय है जिसे चामुण्डराज द्वारा अपने पिता मंडलीक की स्मृति में विक्रम संवत् 1136 तद्नुसार 1080 ईस्वी में बनवाया गया था|
प्राचीन मंदिरों की इस श्रृंखला में उत्कृष्ट कोटि का शिल्प और स्थापत्य देखने को मिलता है | दीवारों, खम्भों आदि पर सुंदर बारीक़ कारीगिरी मनमोहक है |
मित्रों बांसवाडा के अरथुना स्थान को देखने का अवसर मिला |पुरातात्विक महत्व का इस स्थल को देखना रोमांचक अनुभव रहा |अरथुना, बांसवाड़ा के दक्षिण पश्चिम में 55 किलोमीटर दूर स्थित प्राचीन कस्बा है। इसका प्राचीन नाम उत्थुनक बताया जाता है। यहाँ पर
अरथुना ग्राम की अनेक टेकरियों की खुदाई मं मन्दिर मिले हैं। पुरातात्विक दृष्टि से इसकी रक्षा हेतु पुरातत्व विभाग सक्रिय है। कहा जाता है की इस क्षेत्र में हल के साथ ईंटे बाहर निकल आती हैं जिनसे पता चलता है कि यहां धरती के भीतर अनेक मन्दिर व प्रासाद दबे पड़े हैं।
सन् 1954 में पुरातत्व विभाग के संरक्षण में लेने के बाद इस समूचे क्षेत्र की व्यापक खुदाई में बडी संख्यामें मूर्तियां और मन्दिरों का अस्तित्व सामने आया। अब तक खुदाई में 30 से अधिक मंदिरों को अस्तित्व में लाया जा चुका है। इसमें सर्वाधिक प्राचीन मंदिर मण्डलेश्वर शिवालय है जिसे चामुण्डराज द्वारा अपने पिता मंडलीक की स्मृति में विक्रम संवत् 1136 तद्नुसार 1080 ईस्वी में बनवाया गया था|
प्राचीन मंदिरों की इस श्रृंखला में उत्कृष्ट कोटि का शिल्प और स्थापत्य देखने को मिलता है | दीवारों, खम्भों आदि पर सुंदर बारीक़ कारीगिरी मनमोहक है |

