कृष्णा ने असुरो को क्यों मारा ? राम ने रावण को क्यों मारा ? कभी सोचा आपने ? वो निसंदेह भगवन ही थे . भगवान थे तो वो ऊपर बैठे बैठे भी रावण और कंश को ऊपर भेज सकते थे उनको अवतार लेने की क्या आवस्यकता थी ? कभी तो सोचो!!!
एक डेमोंस्ट्रेशन के लिए. उन्होंने दिखाया साधु पुरूषों के रक्षण के लिए और दुस्तो के संहार के लिए. समाज में स्थिरता लानी होगी तो यही करना पड़ेगा.
एक आतताई (आतंकवादी) को छोड़ना मतलब हजार बेकसूरो को मारना . सबसे अच्छा आतताई को ही खत्म कर दो . आज अहिशा पे संकल्प लेना रहेगा तो यही की आतंकी को वही खत्म कर दो कोई कोर्ट नहीं . पिस्तौल की गोली उनके सर . यही सच्ची अहीसा है . उन समय ग़ांधी की जगह सुभाष बाबू होते भगत सिंग होते तो आज़ादी ५ साल में आ जाती . ग़ांधी की नीति पे ३०० साल नहीं लगते .
वन्दे मातरम