क्यों हुआ भारत देश गुलाम !
मुगल बादशाह जब भारत आया था तो उसने भारत की सीमा में घुसकर अपना घोडा खेत में चरने को छोड दिया तो दूसरे खेत के किसानों ने देखा पर उस घोडे को भगाया नहीं । मुगल छुपकर देख रहा था । उसने जाकर दूसरे खेत वाले से पूछा भाई उस खेत में घोडा चर रहा है उसे भगाते क्यों नहीं । किसान ने कहा वो मेरा खेत नहींं है । मुगल बादशाह ने समझ लिया । जब ईर्षया के कारण किसान दूसरे के खेत में चर रहे घोडे से खेत को नहीं बचा सकता उस देश के राजा एक दूसरे को क्या बचायेंगे । वास्तव में आपस में ईर्ष्या, एक दूसरे को नीचा दिखाना, आपसी फूट, और अपने ही हितेशी लोगों को दुशमन समझना, सच्चे संतों का अपमान यही कारण है विदेशियों की गुलामी को झेलना पडा ।
सावधान कहीं आज भी वो ही फूट डालो शासन करो की निती तो नहीं चल रही है । हिन्दू हिन्दू को जात पात, धर्म भेद के नाम पर , ऊँच नीच के नाम पर बाँट दिया है । आज हम भी कहीं ये तो नहीें कर रहे शंकराचार्य स्वामी जयेंद्र सरस्वती, स्वामी केशवा नंद जी महाराज, साध्वी प्रज्ञा, स्वामी नित्या नंद जी महाराज, संत आशारामजी बापू आज इनको देखकर हम चुप हैं । क्योंकि अपने पर आयेगी तब देख लेंगे पर बचना उस दिन से भाईयों क्योंकी ये चक्र घुमकर कल आपका और हमारे साथ भी घटित हो सकता है । फिर क्या करोगे । इसलिए मिलकर इन झूठे षडयंत्रों का सामना करो ।
संत बचाओ ! गौ माता बचाओ ! संस्कृति बचाओ ! देश बचाओ !!
सावधान भाईयों जागो नहीं तो देर ना हो जाये…..