Posted in श्रीमद्‍भगवद्‍गीता

geeta


प्रत्येक भारतीय के लिए यह गर्व का विषय है कि आज प्रधानमंत्री मोदी ने जापान के प्रमुख को वो भगवद गीता उपहार में दी जिसके विषय में विश्व-विख्यात विभूतियों ने निम्न विचार व्यक्त किया था :

(१) अलबर्ट आइन्स्टीन : “ जब मैं भगवद गीता पढता हूँ और स्वयं से पूछता हूँ कि ईश्वर ने इस ब्रम्हांड की रचना कैसे की, तब फिर गीता के अलावा बाकी सब कुछ मुझे निरर्थक प्रतीत होता हैं l”

(२) ऐल्डूअस हक्सले, विख्यात अंग्रेज लेखक :”भगवद गीता मानवता को मूल्य प्रदान करने के आध्यात्मिक उद्भव का सर्वाधिक व्यवस्थित वृत्तांत है l यह शाश्वत दर्शन का आज तक प्रकट हुआ सबसे स्पष्ट और सबसे व्यापक सार है; इसके चिरस्थायी मूल्य केवल भारतीयों के लिये ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण मानवता के लिए हैं”

(३) महात्मा गांधी : “जब शंकाएं मुझे घेर लेती हैं, जब क्षोभ मुझे परेशान करती है, और जब मुझे आशा की कोई किरण नहीं दिखती, तब मैं भगवद गीता जिसका कोई न कोई छंद मुझे समाधान देता है”

(४) गेटे, महान जर्मन विद्वान: “ गीता वह ग्रन्थ है जिसने मुझे जीवन में सर्वाधिक बौद्धिकता प्रदान की है l”

(५) राल्फ एमर्सन ,प्रख्यात अमरीकी कवि व दार्शनिक : “ गीता ग्रंथों में प्रथम ग्रन्थ है, मानों यह कोई विशाल, निर्मल, सुसंगत, और प्राचीन बौद्धिकता की आवाज हो जो किसी विगत युग में ठहर कर उन्हीं प्रश्नों को उठा रही हो जिसे हम आज सोच पा रहे हैं l”

(६) आर्थर शोपेन्हावर, महान दार्शनिक : “ गीता विश्व का सर्वाधिक ज्ञान-दायक और सर्वाधिक विस्मयकारी ग्रन्थ है l”

(७) रोबर्ट ओपेन्हाईमर, विख्यात अमरीकी भौतिकशास्त्री : “ गीता उन महानतम ग्रंथों में से एक है जिसने मेरे जीवन-दर्शन को सर्वाधिक प्रभावित किया है”

(८) हर्मन हेस, जर्मन कवि और चित्रकार : “भगवद गीता का अचम्भा ये है कि वास्तव में यह जीवन के ज्ञान और विवेक का सुन्दर रहस्योद्घाटन है”

(९) कार्ल युंग, महान स्विस मनोवैज्ञानिक : “प्लेटो का यह विचार कि मनुष्य पार्थिव नहीं बल्कि कोई ब्रम्हांडीय पौधा है, दरअसल भगवद गीता के पन्द्रहवें अध्याय में श्री कृष्ण के द्वारा पहले ही कहा जा चुका है”

(१०) हेनरी डेविड थोरु, अमरीकी कवि और दार्शनिक : “सुबह-सुबह मैं अपनी बुद्धिमत्ता को गीता के विलक्षण और ब्रम्हांड-उत्त्पत्तीय दर्शन से सींचता हूँ, जिसकी तुलना में हमारा आधुनिक विश्व और आधुनिक साहित्य अदना और नगण्य प्रतीत होता है”

(११) डॉ अलबर्ट श्वेइत्ज़र, फ्रांसीसी दार्शनिक : “भगवद गीता ने ईश्वर के प्रति अपनी कर्म-प्रधान निष्ठा से मानवता की भावना पर गहरा प्रभाव डाला है”

प्रधानमंत्री मोदी ने जापान-प्रमुख को भगवद गीता के रूप में भारत की उस धरोहर से अवगत कराया है जो काल और सीमा से परे है l यह एक प्रभावशाली कदम है l

Posted in हिन्दू पतन

-जापान में इस्लाम के प्रचार-प्रसार पर कड़ा प्रतिबंध है।


आपने कभी यह समाचार पढ़ा कि किसी मुस्लिम देश का कोई प्रधानमंत्री या बड़ा नेता टोक्यो की यात्रा पर गया हो?
कारण·
-जापान में अब किसी भी मुसलमान को स्थायी रूप से रहने की इजाजत नहीं दी जाती है।
-जापान में इस्लाम के प्रचार-प्रसार पर कड़ा प्रतिबंध है।
– जापान के विश्वविद्यालयोंमें अरबी या अन्य इस्लामी राष्ट्रों की भाषाएं नहीं पढ़ायी जातीं।·
– जापान में अरबी भाषा में प्रकाशित कुरान आयात नहीं की जा सकती है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जापान में केवल दो लाख मुसलमान हैं। और ये भी वही हैं जिन्हें जापान सरकार ने नागरिकता प्रदान की है।·
-सभी मुस्लिम नागरिक जापानी बोलते हैं और जापानी भाषा में ही अपने सभी मजहबी व्यवहार करते हैं
– जापान विश्व का ऐसा देश है जहां मुस्लिम देशों के दूतावास न के बराबर हैं
– जापानी इस्लाम के प्रति कोई रुचि नहीं रखते हैं
– आज वहां जितने भी मुसलमान हैं वे ज्यादातर विदेशी कम्पनियों के कर्मचारी ही हैं
परन्तु आज कोई बाहरी कम्पनी अपने यहां से मुसलमान डाक्टर, इंजीनियर या प्रबंधक आदि को वहां भेजती है तो जापान सरकार उन्हें जापान में प्रवेश की अनुमति नहीं देती है।
अधिकतर जापानी कम्पनियों ने अपने नियमों में यह स्पष्ट लिख दिया है कि कोई भी मुसलमान उनके यहां नौकरी के लिए आवेदन न करे।·
-जापान में किराए पर किसी मुस्लिम को घर मिलेगा, इसकी तो कल्पना भी नहीं की जा सकती है।
यदि किसी जापानी को उसके पड़ोस के मकान में अमुक मुस्लिम के किराये पर रहने की खबर मिले तो सारा मोहल्ला सतर्क हो जाता है।
– जापान में कोई इस्लामी या अरबी मदरसा नहीं खोल सकता है।
वजह हैं जापानी चंद सिक्कों के लालच में अपने पंथ का सौदा नहीं करते। बड़ी से बड़ी सुविधा का लालच दिया जाए तब भी वे अपने पंथ के साथ धोखा नहीं करते हैं।· । जापानियों को इसकी तनिक भी चिंता नहीं है कि कोई उनके बारे में क्या सोचता है। तोकियो विश्वविद्यालय के विदेशी अध्ययन विभाग के अध्यक्ष कोमिको यागी के अनुसार, इस्लाम के प्रति जापान में हमेशा यही मान्यता रही है कि वह एक संकीर्ण सोच का मजहब है। उसमें समन्वय की गुंजाइश नहीं है।
यु तो कई विकसित देशों ने इस शान्तिप्रिय कौम पर कई तरह की पाबंदियां लगाई है लेकिन दुनिया का सबसे शान्तिप्रिय देश जापान इस मामले में बेहद सख्त हैं…
जापान के अलावा चीन मे रोजा रमजान और दूसरे इस्लामी कार्यकलापो पर बंदिश है ..
वही यूरोपियन देशो जैसे फ्रांस बिट्रेन जर्मनी इटली आदि मे बुर्के उतर चुके है …वहां मस्जिदो मे मीनारे और लाउडस्पीकर हटाये जा चुके है ..इसके अलावा वहा मुसलमानो के दूसरे रीति रिवाजो पर सख्त पांबदी है ..!
कुछ महीनों पहले अन्गोला मे इस्लाम पर प्रतिबंध लग चुका है, वहां मस्जिदे हटायी जा चुकी हैं..
अमेरिका और यूरोप मे तो आये दिन शान्तिप्रिय लोगों की जबरदस्त खातिरदारी होती रहती है ..!
आजअमेरिका,फ्रांस,जर्मनी,जापान,बर्मा,रूस इजराइल,आस्ट्रेलिया समेत तमाम विकसित राष्ट्र इस शैतानी मजहब और इसके मानने वालो पर सख्त नीतियां और पाबंदियां लगा रहे है …..
साथ ही विभिन्न देशो के और विभिन्न धर्मो के लोग खुलकर इस शैतानी मजहब के खिलाफ सोशल साइटस और दूसरे मंचो पर एक साथ इकट्ठा हो रहे है …
हर बीतने वाले समय के साथ इस दुनिया मे इस्लाम और मुसलमानो के प्रति नफरत बढ़ती जा रही है …
और वो दिन दूर नही जब सारी दुनिया की ये महाभयानक नफरत इस शैतानी मजहब को निगल कर इतिहास बना देगी ….

Posted in भारत गौरव - Mera Bharat Mahan

पहली बार भारत में “हिन्दुराष्ट्र” बनाने की आवाज हर मुह से सुनाई दे रही है


मित्रगण पहली बार भारत के सारे सेक्युलर दलाल पार्टीयों की इज्ज़त लूट गयी

पहली बार भारत में “हिन्दुराष्ट्र” बनाने की आवाज हर मुह से सुनाई दे रही है

पहली बार भारत के संसद में संस्कृत और वेदों के श्लोकों का उद्दघोष हुआ

पहली बार लाल किले की प्राचीर से “भारत
माता की जय” की दहाड़ सुनाई दी

पहली बार श्रीराम सेतु को छूने वाले के हाथ तोड़ देने की बात की गयी

पहली बार लव जिहाद का मुद्दा इतना आगे
बढ़ा की दलाल मीडिया भी दिन भर इसे दिखाने को मजबूर हो गया है

पहली बार सिर्फ 8 दिन में 269 लव जिहाद के केस दर्ज हुए जिनमे 76 मुल्लें अभी जेल में हैं

और अभी भी कुछ बकलोल आलू प्याज और टमाटर में अपने अच्छे दिन खोज रहे हैं, वाकई धन्य हो

नमो नम:
¤हरि: ॐ¤
जय महाकाल.!!!

Posted in PM Narendra Modi

Modi


दो सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली नई सरकार के सौ दिन पूरे हो रहे हैं। इस दौरान कई ऐसे फैसले लिए गए हैं जो आने वाले दिनों देश की तस्वीर बदलकर रख देगा। आइए जानते हैं वो कौन से ऐसे फैसले हैं जिनका दूरगामी असर होगा।
1. काले धन पर एसआइटी
एनडीए सरकार बनने के साथ ही मोदी ने विदेशों में जमा काले धन की वापसी के लिए एसआइटी के गठन का फैसला लिया। हालांकि कोर्ट ने इसके लिए पिछली सरकार को ही आदेश दिया था लेकिन इस पर फैसला टलता रहा और आखिरकार सत्ता संभालने के बाद ही मोदी ने इसकी मंजूरी दे दी।
2. नियुक्ति आयोग के गठन को मंजूरी
सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के न्यायाधीशों की नियुक्ति और स्थानांतरण के लिए मौजूदा कोलिजियम व्यवस्था को बदलकर नई व्यवस्था के तहत नियुक्ति आयोग के गठन को मंजूरी दी गई। इसमें जजों का एक पैनल होगा, जिसमें भारत के मुख्य न्यायाधीश, सरकार के नुमाइंदे और जाने-माने नागरिक होंगे। कोलिजियम व्यवस्था के तहत न्यायाधीशों की नियुक्ति और स्थानांतरण में धांधली के आरोप लगते रहे हैं।
3. योजना आयोग भंग करने का फैसला
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले की प्राचीर से अपने संबोधन में 64 साल पुराने योजना आयोग को खत्म कर उसकी जगह नई व्यवस्था लाने का ऐलान किया। इसके लिए लोगों से ऑनलाइन सुझाव मांगे। मोदी का तर्क यह है कि योजना आयोग राज्यों के साथ न्याय नहीं कर पा रहा है।
4. महंगाई पर रोक के लिए कदम
महंगाई रोकने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने जरूरी खाद्य उत्पादों के लिए राष्ट्रीय खाद्य ग्रिड बनाने ऐलान किया है ताकि महंगाई को लेकर अनियंत्रित अटकलों को बढ़ने से रोका जा सके।
5. गंगा सफाई अभियान
गंगा सफाई को राष्ट्रीय मिशन का बनाने का मोदी ने केवल ऐलान किया बल्कि इसके लिए बजट भी आवंटित कर दिए हैं। अगले कुछ महीनों में इस पर काम शुरू हो जाएगा।
6. निर्मल भारत अभियान का ऐलान
मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में दो अक्टूबर से निर्मल भारत अभियान के शुरुआत की घोषणा की। इस अभियान के तहत लोगों को शौचालय के प्रयोग और खुले में शौच से होने वाले नुकसान के साथ ही सफाई से होने वाले फायदों के प्रति प्रेरित किया जाएगा।
7. जन धन योजना
प्रधानमंत्री मोदी ने महात्वाकांक्षी जन धन योजना की शुरुआत की। इस योजना के माध्यम से आर्थिक रूप से पिछड़े जिन परिवारों के पास बैंक खाता नहीं है उनके बैंक खाते खोले जा रहे हैं। प्रत्येक परिवार में दो बैंक खातों के साथ कुल 15 करोड़ खाते खोलने का लक्ष्य है। इस योजना के तहत खाता खुलवाने पर व्यक्ति को एक लाख रुपये की दुर्घटना बीमा मिलेगी और आधार कार्ड से खुले खातों में छह महीने बाद ग्राहक आवेदन देने पर जमा राशि से पांच हजार रुपये की अधिक राशि निकाल सकेगा।
8. पर्यावरण की मंजूरी को ऑनलाइन सेवा
मोदी सरकार ने पर्यावरण मंजूरी के लिए ऑनलाइन सेवा शुरू की है ताकि मंत्रालयों के बीच आपसी लड़ाई खत्म हो और लोगों को इधर-उधर भटकना न पड़े। यूपीए सरकार के दौरान पर्यावरण मंजूरी को लेकर कई तरह की बातें सामने आई थीं।
9. अफसरशाही पर नकेल
शपथ ग्रहण करने के साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने अपने नौकरशाहों को साफ संदेश दे दिया था कि अब किसी भी कीमत पर अफसरशाही नहीं चलने वाली है। उन्होंने पीएमओ के अधिकारियों को समय पर कार्यालय आने, दफ्तर में साफ-सफाई आदि का पाठ पढ़ाया। अब मंत्री और वरिष्ठ नौकरशाह सीधे प्रधानमंत्री से निर्देश लेते हैं। मोदी ना सिर्फ मंत्रियों से बल्कि वरिष्ठ अफसरों से भी नियमित सीधे बात करते हैं।
10. विदेश नीति
मोदी ने अपने शपथ ग्रहण में सार्क देशों के राष्ट्राध्यक्षों को आमंत्रण भेजकर संदेह दे दिया कि वह किस तरह के विदेश नीति के हिमायती हैं। उन्होंने सबसे पहले पाकिस्तान को दोस्ती का संदेश देने की कोशिश की। फिर उन्होंने पहले विदेश दौरे के लिए भूटान जैसे छोटे देश को चुना और वहां से वह नेपाल गए। मोदी का नेपाल दौरा ऐतिहासिक रहा। कोई भारतीय प्रधानमंत्री 17 साल बाद द्विपक्षीय बातचीत के लिए नेपाल पहुंचा था।
प्रधानमंत्री मोदी का ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल होने के लिए ब्राजील जाना और सौ अरब डॉलर के ब्रिक्स बैंक की स्थापना का फैसला भी एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। उधर, चीन भी नई सरकार से रिश्ते बनाने को उत्सुक है। मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद चीन ने अपने विदेशमंत्री को विशेष दूत बतौर भारत भेजा। चीन के राष्ट्रपति भी सितंबर में भारत का दौरा करेंगे। अभी मोदी जापान के दौरे पर गए हैं जहां उन्होंने दोनों देशों की दोस्ती को नई ऊंचाई देने के लिए कई करारों में पर हस्ताक्षर किए।

दो सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली नई सरकार के सौ दिन पूरे हो रहे हैं। इस दौरान कई ऐसे फैसले लिए गए हैं जो आने वाले दिनों देश की तस्वीर बदलकर रख देगा। आइए जानते हैं वो कौन से ऐसे फैसले हैं जिनका दूरगामी असर होगा।
1. काले धन पर एसआइटी
एनडीए सरकार बनने के साथ ही मोदी ने विदेशों में जमा काले धन की वापसी के लिए एसआइटी के गठन का फैसला लिया। हालांकि कोर्ट ने इसके लिए पिछली सरकार को ही आदेश दिया था लेकिन इस पर फैसला टलता रहा और आखिरकार सत्ता संभालने के बाद ही मोदी ने इसकी मंजूरी दे दी।
2. नियुक्ति आयोग के गठन को मंजूरी
सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के न्यायाधीशों की नियुक्ति और स्थानांतरण के लिए मौजूदा कोलिजियम व्यवस्था को बदलकर नई व्यवस्था के तहत नियुक्ति आयोग के गठन को मंजूरी दी गई। इसमें जजों का एक पैनल होगा, जिसमें भारत के मुख्य न्यायाधीश, सरकार के नुमाइंदे और जाने-माने नागरिक होंगे। कोलिजियम व्यवस्था के तहत न्यायाधीशों की नियुक्ति और स्थानांतरण में धांधली के आरोप लगते रहे हैं।
3. योजना आयोग भंग करने का फैसला
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले की प्राचीर से अपने संबोधन में 64 साल पुराने योजना आयोग को खत्म कर उसकी जगह नई व्यवस्था लाने का ऐलान किया। इसके लिए लोगों से ऑनलाइन सुझाव मांगे। मोदी का तर्क यह है कि योजना आयोग राज्यों के साथ न्याय नहीं कर पा रहा है।
4. महंगाई पर रोक के लिए कदम
महंगाई रोकने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने जरूरी खाद्य उत्पादों के लिए राष्ट्रीय खाद्य ग्रिड बनाने ऐलान किया है ताकि महंगाई को लेकर अनियंत्रित अटकलों को बढ़ने से रोका जा सके।
5. गंगा सफाई अभियान
गंगा सफाई को राष्ट्रीय मिशन का बनाने का मोदी ने केवल ऐलान किया बल्कि इसके लिए बजट भी आवंटित कर दिए हैं। अगले कुछ महीनों में इस पर काम शुरू हो जाएगा।
6. निर्मल भारत अभियान का ऐलान
मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में दो अक्टूबर से निर्मल भारत अभियान के शुरुआत की घोषणा की। इस अभियान के तहत लोगों को शौचालय के प्रयोग और खुले में शौच से होने वाले नुकसान के साथ ही सफाई से होने वाले फायदों के प्रति प्रेरित किया जाएगा।
7. जन धन योजना
प्रधानमंत्री मोदी ने महात्वाकांक्षी जन धन योजना की शुरुआत की। इस योजना के माध्यम से आर्थिक रूप से पिछड़े जिन परिवारों के पास बैंक खाता नहीं है उनके बैंक खाते खोले जा रहे हैं। प्रत्येक परिवार में दो बैंक खातों के साथ कुल 15 करोड़ खाते खोलने का लक्ष्य है। इस योजना के तहत खाता खुलवाने पर व्यक्ति को एक लाख रुपये की दुर्घटना बीमा मिलेगी और आधार कार्ड से खुले खातों में छह महीने बाद ग्राहक आवेदन देने पर जमा राशि से पांच हजार रुपये की अधिक राशि निकाल सकेगा।
8. पर्यावरण की मंजूरी को ऑनलाइन सेवा
मोदी सरकार ने पर्यावरण मंजूरी के लिए ऑनलाइन सेवा शुरू की है ताकि मंत्रालयों के बीच आपसी लड़ाई खत्म हो और लोगों को इधर-उधर भटकना न पड़े। यूपीए सरकार के दौरान पर्यावरण मंजूरी को लेकर कई तरह की बातें सामने आई थीं।
9. अफसरशाही पर नकेल
शपथ ग्रहण करने के साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने अपने नौकरशाहों को साफ संदेश दे दिया था कि अब किसी भी कीमत पर अफसरशाही नहीं चलने वाली है। उन्होंने पीएमओ के अधिकारियों को समय पर कार्यालय आने, दफ्तर में साफ-सफाई आदि का पाठ पढ़ाया। अब मंत्री और वरिष्ठ नौकरशाह सीधे प्रधानमंत्री से निर्देश लेते हैं। मोदी ना सिर्फ मंत्रियों से बल्कि वरिष्ठ अफसरों से भी नियमित सीधे बात करते हैं।
10. विदेश नीति
मोदी ने अपने शपथ ग्रहण में सार्क देशों के राष्ट्राध्यक्षों को आमंत्रण भेजकर संदेह दे दिया कि वह किस तरह के विदेश नीति के हिमायती हैं। उन्होंने सबसे पहले पाकिस्तान को दोस्ती का संदेश देने की कोशिश की। फिर उन्होंने पहले विदेश दौरे के लिए भूटान जैसे छोटे देश को चुना और वहां से वह नेपाल गए। मोदी का नेपाल दौरा ऐतिहासिक रहा। कोई भारतीय प्रधानमंत्री 17 साल बाद द्विपक्षीय बातचीत के लिए नेपाल पहुंचा था।
प्रधानमंत्री मोदी का ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल होने के लिए ब्राजील जाना और सौ अरब डॉलर के ब्रिक्स बैंक की स्थापना का फैसला भी एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। उधर, चीन भी नई सरकार से रिश्ते बनाने को उत्सुक है। मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद चीन ने अपने विदेशमंत्री को विशेष दूत बतौर भारत भेजा। चीन के राष्ट्रपति भी सितंबर में भारत का दौरा करेंगे। अभी मोदी जापान के दौरे पर गए हैं जहां उन्होंने दोनों देशों की दोस्ती को नई ऊंचाई देने के लिए कई करारों में पर हस्ताक्षर किए।
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International Society


ISKCON ( International Society of
Krishna Consiousness ) एक
AMERICAN संस्था है जिसने अनेक देश में
कृष्ण भगवान के मंदिर खोले हुए है और ये
मँदिर AMERICA की कमाई के सबसे बड़े
SOURCE है क्योँकि इन मंदिर पर
INCOME TAX भी नही है । ये
संस्था लोगो की अंधभक्ति का फ़ायदा उठ
खरब डॉलर इन मंदिर में आनेवाले चढ़ावे के
माध्यम से AMERICA ट्रान्सफर कर
देती है और दुर्भाग्य से इस
लुटेरी ISKCON संस्था के सबसे
ज्यादा मंदिर भारत में है। आपको जानकर
आश्चयॅ होगा कि AMERICA की COLGATE
कंपनी एक साल में जितना COLGATE
कँपनी जितना NET PROFIT AMERICA
भेजती है उससे 3 गुना ज्यादा अकेले
BANGLORE का ISKCON मंदिर भारत
का पैसा AMERICA Transfer कर
देता है!। और BANGLORE से
भी बड़ा मंदिर दिल्ली में है, और दिल्लीसे
भी बड़ा मंदिर मुंबई में है और उससे
भी बड़ा मंदिर मथुरा में हो गया है
भगवान कृष्ण की छाती पर । और
वहाँ धुआँधार चढ़ावा आता है । .
कृपया ISKCON और इस तरह
की सभी लुटेरी संस्थाओँ का प्रबल विरोध
करके देश को लुटने से बचाने में
अपना सहयोग दे।

इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर कर…

Dhanyawad
मन्दिरो में दान देने वाले हिन्दू भाइ-बहन सुप्रीम कोर्ट की ये न्यूज़ पढ़े….

आप सोचते हैं कि मन्दिरों में किया हुआ दान, पैसा/सोना,..इत्यादि हिन्दू धर्म के उत्थान के लिए काम आ रहा है ओर आपको पुन्य मिल रहा है तो आप निश्चित ही बड़े भोले… हैं।

कर्नाटक सरकार के मन्दिर एवं पर्यटन विभाग (राजस्व) द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार 1997 से 2002 तक पाँच साल में कर्नाटक Congress सरकार को राज्य में स्थित मन्दिरों से
“सिर्फ़ चढ़ावे में” 391 करोड़ की रकम प्राप्त हुई, जिसे निम्न मदों में खर्च किया गया-

1) मुस्लिम मदरसा उत्थान एवं हज मक्का मदिना सब्सिडी, विमान टिकट – 180 करोड़ (यानी 46%)
2) ईसाई चर्च को अनुदान (To convert poor Hindus into Christian) – 44 करोड़ (यानी 11.2%)
3) मन्दिर खर्च एवं रखरखाव – 84 करोड़
(यानी 21.4%)
4) अन्य – 83 करोड़ (यानी 21.2%)
कुल 391 करोड!!!!!

ये तो सिर्फ एक राज्य का हिसाब हैं….

सबसे अमीर- तिरुपति बालाजी, शिर्डि साइबाबा, ये दोनों मन्दिर Congress के कब्जे में है…. हर रोज हजारों करोड़ों पैसा/सोना दान …सच हिन्दुओं को ही पता नहीं चलेगा…

भगवत् गीता मे भगवान ने बताया हैं कि दान देते वक्त अपनी विवेक बुद्धि से दान दे…ताकि वह समाज/देश की भलाई में इस्तेमाल हो, नहीं तो दानि पाप का ही भागीदार है….

हिन्दुओं के पैसों से, हिन्दुओं के ही विनाश का षड्यंत्र ६० साल से चल रहा है, ओर यह सच्चाई हिन्दुओं को पता ही नहीं….

कृपया अधिक से अधिक हिन्दुओ को भेजे तथा उन्हें जागरूक करें….

जय श्री कृष्ण !

Posted in Media

INDIAN ELECTRONIC MEDIA CHANNELS


Manoj Patel

इस्लाम और इस्लामिक आतंकवाद से अगर कोई सबसे
ज्यादा डरता है तो वो है INDIAN ELECTRONIC MEDIA
CHANNELS

* आज तक किसी MEDIA CHANNEL ने
इस्लामी ढोंगियो की पोल
नहीं खोली।

* आज तक किसी MEDIA CHANNEL ने मदरसों में
मोलावियों द्वारा हो रहे लड़कियों के शारीरिक
शोषण (Sexual Abuse) को उजागर नहीं किया।

* INDIAN MEDIA किसी मुस्लिम
बलात्कारी का नाम
नहीं बताता।

* MEDIA किसी मुस्लिम भ्रष्टाचारी का नाम
नहीं बताता।

* INDIAN MEDIA आज तक किसी इस्लामिक
आतंकवादी के अड्डे तक नहीं पंहुचा।

* INDIAN MEDIA आतंकी घटानाओं में पकडे जाने
वाले
आतंकियों के नाम नहीं बताता।

* INDIAN MEDIA गैर इस्लामिक लोगों के धर्म परिवर्तन
की पोल नहीं खोलता।

* यदि किसी मुस्लिम को रोटी खिलाने जैसा काम
हो जाय तो INDIAN MEDIA विधवा विलाप करने लग
जाता हैं, लेकिन यदि किसी हिन्दू लड़की के
साथ कोई
मुस्लिम मेरठ काण्ड की तरह बलात्कार कर दे
तो INDIAN
MEDIA SILENT हो जाता है।

* हिन्दुस्तान में गौ कत्लखाने
की सही जानकारी INDIAN
MEDIA को भी नहीं है।

* ये सारे CRIME INDIA में हो रहे हैं, लेकिन MEDIA
COVERAGE न मिलने के कारण लोगों को लगता है
कि वास्तव में इस्लाम शान्ति का धर्म है और मुसलमान
लोग अच्छे होते हैं।

Posted in हिन्दू पतन

मदरसा मे तिरंगा क्यों नही लहराया जाता है ??


नमस्कार बहनों एवम भाईयों
मदरसा मे
तिरंगा क्यों नही लहराया जाता है ??
******************************************
आपने कभी किसी मदरसे मे तिरंगा लहराते
देखा है ????????????
अगर नहीं तो क्या ये हमारे तिरंगे और
संबिधान का अपमान नही है ??
क्या तिरंगे का सम्मान
करना मुस्लिमो का धर्म नही है ???????????
ये एक ऐसा सवाल है जिसका जबाब किसी के
पास नही …;.. मदरसों के Devlopment पे हर
सियासी दल बात करता है यहाँ तक
कि मदरसा मौलवी को सरकार से
पैसा मिलता है लेकिन इसी मदरसे पे
स्वंतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस जैसे
रास्ट्रीय पर्व पर
भी तिरंगा नही लगाया जाता है ..जबकि मदरसा सरकारी पैसे से चलता है
सरकार द्वारा चलाया जाता है
क्यों ????????? क्यों ..????
इसे इतना शेयर करे दोस्तो
कि शासन प्रशासन की नीद खुले

हिन्दू हो तो शेयर करों…..ये मुल्ला मुलायम अखिलेश यादव और मुरादाबाद के एक पक्ष के स्थानीय लोग पाकिस्तान के प्रतिनिधि की तरह व्यवहार कर रहे हैं,

मुरादाबाद में इस पक्ष ने सभी हिन्दुओं के लिए निर्णय सुनाया है,

1.हिन्दू रमजान तक कोई भी लाउड स्पीकर मंदिर पर नहीं लगायेंगे,

2.रमजान के बाद लाउड स्पीकर लगा सकते हैं मगर आवाज इतनी धीमी होनी चाहिए की अल्लाह की इबादत में खलल नपड़े,

3.सिर्फ सुबह 15 मिनट और शाम को 15 मिनट मंदिर में लाउडस्पीकर आन रहेगा,

4.मंदिर में कोई भी निर्माण मुस्लिम समुदाय की सहमति के बिना नहीं होगा,

साला ये मुरादाबाद है या पाकिस्तान जो गैर इस्लामिक लोगो पर प्रतिबन्ध लगाया जा रहा है तुम लोग कौन होते हो हमे बताने वाले की हमारे मंदिरों में लाउड स्पीकर की आवाज कितनी हो और कितने समय तक चलाया जाये??

अगर हमने आपत्ति की तो बहुत जगहों से लाउड स्पीकर उतरेंगे “जियो और जीने दो” हमारा विद्वेष किसी के प्रेयर, अरदास या नमाज से नहीं है फिर हमारे मंत्रोच्चार से आप का रमजान कैसे हराम हो जायेगा???
जागो…हिन्दु

Posted in PM Narendra Modi

नरन्द्र भाई इधर भूटान गये तो चीन घबराया, ब्रिक्स मे ब्रिक्स बैक की बात की तो अमेरिका घबराया,


नरन्द्र भाई इधर भूटान गये तो चीन घबराया, ब्रिक्स मे ब्रिक्स बैक की बात की तो अमेरिका घबराया,
• जापान के साथ युद्धाभ्यास किया तो चीन तिलमिलाया उधर अमेरिका से C-17 global master plane खरीद कर सेना मे शामिल करने से पाकिस्तान घबराया,वाह वाह…

→ उधर चीन जापान को कमजोर करना चहता है.
→ उधर अमेरिका चीन को कमजोर करना चाहता है और सब के सब भारत से निकट्ता चाहते हैं फ़ुटबाल बना दिया पुरे विश्व को…… मोदी ने…. वाह क्या कूटनीति और क्या विदेश नीति है….!!!

भाई बात को समजो खाली टमाटर सस्ते होने से अच्छे दिन नही आएंगे आप की अोकात विश्व को पता चलेगी आप का रोब दुनिया पर चलेगा वो दिन कितना अच्छा होगा जब दुनिया भारत को बडा भाई मानेगी ओर आंख उठा कर नही सर झुका कर बात करेगी क्या खोया हुआ सम्मान पाना अच्छे दिन नही हे ??

मे टमाटर तो क्या अपने अात्म सम्मान के लिए देश के सम्मान के लिए भुखा जान भी दे सकता हू ना फोरवार्ड की कह रहा हू ना शेअर करने की बस गहराई से मनन करने का निवेदन कर रहा हू फिर बात दिल को छु जाए ओर खुद के भारतिय होने पर गर्व महसूस होने लगे तो ………….. अब महसूस हों रहा हे 56″ का सीना किसे कहते हे

Posted in हिन्दू पतन

भगवान् परशुराम का आदर्श-


भगवान् परशुराम का आदर्श-अग्रतः चतुरो वेदाः (सकलं शास्त्रं) पृष्ठतः सशरं धनुः। इदं ब्राह्मं इदं क्षात्रं शापादपि शरादपि ।।
उनके आधुनिक रूप गुरु गोविन्द सिंहजी सन्त, सिपाही और साहित्यकार भी थे। उनकी घोषणा थी-सवा लाक से एक लड़ाऊं, चिड़ियों से मैं बाज तुड़ाऊं, तभी गोविन्द सिंह नाम कहाऊं।
उस समय मुगल सेना प्रायः ६ लाख थी जिसके जबाब में केवल ५ खालसा थे, अतः १ के साथ सवा लाख का मुकाबला था।

Posted in गणेश देवा, भारतीय मंदिर - Bharatiya Mandir

Ganesha in a 8th century Japanese temple !


Ganesha in a 8th century Japanese temple !
thousands of miles from Bharat’s mainland we can still find the relics of Sanatan Dharma.
This is 1200 years old and in Daishō-in on Mt.Misen, the holy mountain on the island of Itsukushima, Japan.