1-क्या आप ने किसी मुस्लिम
लड़की को जिन्स टी शर्ट शोर्ट पेंट बदन
दिखाऊ कपडे पहने देखा?
2-क्या किसी मुस्लिम लड़की को किसी हिन्दू
लड़के को राखी बाँधते देखा?
3-किसी हिन्दू के साथ घूमते देखा?
4-मंदिर में जाते देखा?
5-नवरात्री में गरबा खेलते और उपवास रखते
देखा?
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अब ये सब बाते हिन्दू लड़की से compair
करते हे ।
1-कपड़ो का कोई सलीका नहीं घर वाले खुद
को मोर्डन और एडवांस समझते हे ।
2-हिन्दू लड़के कम पड़ गए
जो मुसलमानों को राखी बांधने जाती हे।और
बाद में कुछ अपवाद को छोड़ कर धोखा होता हे
क्यों की सारे मुस्लिम ख़राब नहीं हे।
3-मुस्लिम लडको से दोस्ती नतीजा लव और
शादी और सारी जिंदगी नर्क घर
वालो का बराबर ध्यान नहीं देना और यदि कोई
पास पडोसी यदि उस लड़की के लव के बारे में
बताता हे तो बुरा मानना उससे बात बंद
करना भला बुरा कहना इत्यादि।
4-मस्जिदों दरगाहो पे जाना क्यों क्या हमारे
भगवान कम पड़ गए?
5-रोजा रखना और उसमे अपनी शान समझना।
निष्कर्ष:-घर वालो को अपने बच्चो को बचपन
से ही अच्छे बुरे का ज्ञान देना ,अपने महान
हिन्दू धर्म की विशालता के बारे में बताना ,और
विशेष बात मुस्लिम लडकियों से दोस्ती से
परहेज रखना क्यों यही से शुरुवात होती हे ये
भी लव जिहाद की योजना का हिस्सा ह