क्या वक्फ बोर्ड शिरडीसाई की संपत्ति पर अपना हक जता सकता है?
मित्रो….राजनैतिक दुराग्रहवश अथवा अल्पज्ञतावश अथवा एक म्लेक्षसाई की भक्ति के वश होकर कुछ हिन्दुओ के पास , अब साई के विरोध में चल रही लहर के प्रतिरोध में कोई तर्क या तथ्य नहीं है , तो ये लोग व्यर्थ के निराधार, कपोलकल्पित तथ्यो को प्रस्तुत करके हिन्दू युवको को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे है । ऐसा ही एक प्रयास है इन “डेढ़बुद्धियो द्वारा ये कहा जाना कि — ” साई अगर मुस्लिम सिद्ध हो गया तो उसकी संपत्ति वक्फ बोर्ड ले लेगा ” या “वक्फ बोर्ड ने ही साई की संपत्ति को हड़पने के लिए ये साजिश रची है” ।
देखो….भारत में मुसलमानो के जो फ़ौजदारी आदि के विवाद होते है वो इंडियन पैनल के अंतर्गत आते है और इस्लाम से संबन्धित जो सिविल मुकदमे होते है , वो शरीयत के अनुसार चलते है… तो यह साई वाला मामला सिविल का है अतः कानूनी तौर पर ये स्वतः ही शरीयत के अंतर्गत आ जाता है । अतः वक्फ बोर्ड कानूनी तौर पर कितना भी प्रयास कर लेगा किन्तु शरीयत के आधार पर वो शिरडी की संपत्ति में से एक रुपया भी प्राप्त नहीं कर सकता ।
दूसरा — क्या शिरडी मे साई का जो पाखंडसाम्राज्य खड़ा कर रखा है , वहा मुस्लिम नमाज पढ़ते है ? क्या वो मुसलमानो का धार्मिक स्थल रहा है ? क्या साई , शिरडी की संपत्ति को वक्फ बोर्ड को देकर गए थे ?? ऐसे ही अनेक तथ्य है जिनसे प्रत्यक्ष सिद्ध है कि वक्फ बोर्ड किसी भी आधार पर , किसी भी प्रकार से , शिरडी की संपत्ति को प्राप्त नहीं कर सकता।
वक्फ बोर्ड की संपत्ति का स्वामित्व भी संपत्ति अधिनियम के अंतर्गत ही होता है , यानि अगर खुद वक्फ बोर्ड की जमीन पर कोई चर्च या गुरुद्वारा भी बना हो तो उससे अर्जित धन पर अधिकार वक्फ बोर्ड का ही होगा। इसी तरह भारत में कई पीर-फकीरो की मजार है जो मुस्लिम ही सिद्ध है लेकिन उन मजारों पर स्वामित्व हिन्दुओ का ही है और उस मजार पर आने वाले सारे चढ़ावे को ये हिन्दू ही खा जाते है । अगर आप भी किसी पीर की कब्र पर अपना स्वामित्व स्थापित कर ले तो जो भी मूर्ख आकर उस पर चढ़ावा फेंकेंगे उस पर पूर्णतः आपका ही अधिकार होगा। कोई भी वक्फ बोर्ड उस पर अपना दावा नहीं ठोक सकता ।
इन औंधे खोपड़ियों ने कभी संपत्ति अधिनियम देखा भी है ? स्वामित्व का अधिकार क्या है ये जानते भी है ? तुम अगर अपनी हिन्दू प्रेमिका को बुर्का पहनाकर घुमाने ले जाओ तो क्या उस पर वक्फ बोर्ड का अधिकार हो जाएगा? तुम अपने हाथ पर अल्लाह हु अकबर का टेटयू गुदवा लो तो तुम पर वक्फ बोर्ड का अधिकार हो जाएगा? या तुम अपनी गाड़ी पर 786 लिखवाकर उसमे गगनभेदी अल्लाह हु अकबर के नातें चीखते चिल्लाते जाओगे तो क्या वो गाड़ी अहमद बुखारी की हो जाएगी ??
उनका जो अल्लाह है न , तुम्हारे जैसे एक करोड़ साई भी मुसलमानो को अल्लाह से दूर नहीं हटा सकते … ऐसे कर्महींन कुलकलंक निकृष्ट जन्तु केवल हिन्दुओ मे ही जन्म ले रहे है जो एक मुसलमान ईसाई कुत्ते गधे सूअर किसी को भी पूज लेंगे कि कुछ फाइदा हो जाए। अतः इन व्यर्थ की मूर्खतापूर्ण बातौ पर बिलकुल ध्यान न दे…. यह विवाद नहीं बल्कि हिन्दू धर्म के, हिन्दुओ के शुद्धिकरण का पहला शंखनाद है । इससे दूर न भागकर धर्म के भगवान के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन कीजिये … इस पुण्यकार्य मे सहभागी बने ..और जो अब वक्फ बोर्ड की बात करे उसके मुख पर इसे चिपकादे । ..
॥ओम्॥ । जय श्री राम ।
