Posted in नहेरु परिवार - Nehru Family

सोनिया गाँधी


#‎ModiPhenomenon

अभीतकघान्दी-नेहरूपरिवारकीरंगरेलियोंऔररहस्योंकेबारेमेंसार्वजनिकमंचसेकिसीभीभाजपानेतानेकोईबातनहींकहीहै. इसपरिवारकीतमामगन्दगीकाखुलासासोशलमीडियाअथवाइक्का-दुक्कान्यूज़वेबसाईटोंअथवानिजीलेखकोंकेलेखनमेंदिखाईदेताथा.

कल “भोंदूयुवराज” नेअपनेभाषणमेंबाकायदानरेंद्रमोदीकीपत्नीवालेविषयकोघसीटकरभारतमेंस्थापितराजनैतिकमर्यादाभंगकरदीहै. मुझेलगताहैकिभाजपाकोइसमामलेमेंनैतिकता(?) कोथोड़ाबाजूमेंरखकर “जैसेकोतैसा” अथवा “शठेशाठ्यमसमाचरेत” वालीपद्धतिअपनातेहुएकुछकानूनीकिस्मकेसवालसार्वजनिकमंचोंसेउठानेचाहिए. ध्यानरखनाहोगाकियेशाब्दिकहमलेव्यक्तिगतनाहों, बल्किकानूनीअथवा “रहस्यमयी” किस्मकेहों.

उदाहरणार्थ :-
१) सोनियागाँधीअपनीहवाईयात्राओं, विदेशयात्राओं, पासपोर्टडीटेल्स, आयकरविवरणीक्योंछिपातीहैं??
२) सोनियागाँधीनेपिछलेचुनावोंमेंगलतशपथपत्रभरकरअपनीशिक्षाकेबारेझूठक्योंबोलाथा, औरबादमेंएकपूरकशपथपत्रदायरकरकेगलतीक्योंसुधारी?
३) “पप्पू” नेउसकीएम.फिल. डिग्रीकेबारेमेंझूठाहलफनामाक्योंदिया? औरडॉस्वामीद्वारामाँगेजानेपरडिग्रीकीछायाप्रतिअबतकक्योंनहींदी?
४) सोनियागाँधीने1983 मेंइटलीकीनागरिकतात्यागी (हालांकिअभीयेभीसंशयास्पदहीहै), फिरउनकानाम1979 मेंहीगाँधीपरिवारकेराशनकार्डमेंकैसेजुड़गया?

येतोपक्काहैकिअबनरेंद्रमोदीउचितसमयपरतमाम “सेकुलरबंदरों” कीपूँछपरजूतारखकरमसलेंगेजरूर… लेकिनउम्मीदकरताहूँकिआनेवालेदिनोंमेंभाजपाकेभाषणोंमेंकुछ “मिर्चीयुक्तआलूबडे” भीशामिलहोंगे… जोकांग्रेसियोंकोउठनेऔरबैठनेदोनोंमेंतकलीफदेंगे…

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फिरोज


 


फेसबुकमीडिया

आजकांग्रेसकेकईलोगोंनेनरेंद्रमोदीकीपर्सनललाइफपरसवालउठायेतोअबइनकांग्रेसियोंसेभीकुछपर्सनलसवालपूछनाचाहताहूँ।

1. ‪#‎सोनिया गाँधीसेक्वात्रोचीकाक्यारिश्ताथा? जहाँतकपूरीदुनियाजानतीहैवोसोनियागाँधीकेरिश्तेमेंदूरदूरतककुछनहीलगताथा … फिरवोकिसरिश्तेसेसोनियागाँधीकेघरमें10 सालोतकरहा? सोनियाकाआखिरक्वात्रोचीसेकौनसावैध-अवैधरिश्ताथाकीबोफोर्सघोटालेमेउसेबचानेलेलिएसोनियानेपूरीभारतकेकानूनकामजाकबनादियाथा?

2. आखिरइसबातकीजानकारीसोनियाक्यूँनहींदेतीकीवोराजीवगांधीसेविवाहसेपहलेबियरबारमेबारडांसरकाकामकरतीथी।

3. खुदइंदिरागाँधीजबप्रधानमन्त्रीबनगयीतबअपनेपति ‪#‎फिरोज कोलातमारकरघरसेभगादियाऔरउनकेमरनेपरउसकेअंतिमसंस्कारतकमेंनहीगयी|

4. आखिरक्याकारणरहाकीप्रियंकागाँधीकेशादीकेबादराबर्टबढेरानेबकायदापेपरमेंविज्ञापनदेकरजिसमेउसनेअपनेबापकाफोटोतकछपवायाथाघोषणाकियाकीमेरेसगेबापसेमेराकोईसम्बन्धनहीहै … फिरएककेबादराबर्टकीबहनएक्सीडेंटमेंमरी, भाईऔरबापहोटलमेंमरेपाएगये ..माँछतसेगिरकरमरी .. एकभाईकाआजतककुछपतानहीकीजिन्दाहैभीयानही|

5. खुद ‪#‎इंदिरा नेपहलीशादीअपनेसाथपढनेवालेमुहम्मदयुनुससेलन्दनकीएकमस्जिदमेंमैमुदाबेगमबनकरकीथी … मुसलमानोंकेमसीहा ‪#‎जवाहर बहुतपरेशानहुएक्योकिउनकीइकलौतीबेटीइस्लामकुबूलकरकेमुसलमानबनगयीथी … फिरगाँधीकेद्वाराइंदिराकोसमझायागयाऔरसरतेजबहादुरसप्रूकेद्वाराइलाहबादहाईकोर्टमेंएकएफिडेविटइंदिराकेतरफसेडालागयाकीमैनेजोमैमुदाबेगमबनकरनिकाहकियाहैउसेफेकघोषितकियाजाये|

6. पिछलेएकदशकसेब्राजीलियनड्रगमाफियाकीबेटीवेरोनिकाकेसाथ ‪#‎राहुल ‪#‎गांधीकेसाथचलरहासम्बन्धवैधहैयाअवैध?

Posted in नहेरु परिवार - Nehru Family

Cha Cha Nehru


Cha Cha Nehru – The WOMANISER , STD GUY..

in Dressing Room of Russian Artists !!!

रुसी महिला कलाकारों के निजी ड्रेसिंग रूम में सम्मान करते हुए नेहरु ….!!!

राहुल गांधी ने जब कांग्रेस द्वारा महिलाओं के सम्मान की बाते की तो इतिहास में झाकना जरुरी हो गया ….. नेहरू के समय की बात है उसी दौर में एक रुसी सर्कस भारत में आया था … तो भईया उस समय महिलाओं के सम्मान की इतनी तेज खुजली नेहरू को उठी के वह सर्कस की महिला कलाकारों के निजी कमरे में सम्मान देने के लिये पहुँच गए थे …!!!

महिलाओं के कांग्रेसी टाईप के सम्मान के दुष्परिणाम झेलता हुआ नेहरू …!!!
कांग्रेस के रंगीले चच्चा नेहरू के अनेको महिलाओं से अवैध संबंधो की चर्चा से इतिहास गुलजार है …नेहरू के निजी सचिव रहे M.O.Mathai ने अपनी पुस्तक ” Reminiscences of the Nehru age ” में नेहरु के कई अवैध संबंधो का जिक्र किया है ….इसी पुस्तक में जिक्र है की नेहरू ने एक साध्वी को प्रेग्नेंट कर दिया था जिससे एक लड़के का जन्म हुआ था ……खैर कांग्रेस ने इस पुस्तक को भारत में प्रतिबंधित इसलिए करा दिया ताकि देश की जनता गांधी नेहरू खानदान के कृतिम आभामंडल के अंदर की छिपी बदबूदार और गन्दी हकीकत को जान न पाए ….चित्र में दिखाया गया फोटो तब का है जब नेहरू अनेको महिलाओं से सेक्स संबंध रखने के कारण गंभीर यौन रोगों से पीड़ित होने के बाद कश्मीर में अपने जीवन के लिये संघर्ष कर रहे थे …. इस पोस्ट का सन्दर्भ इसलिए बना क्योकि कांग्रेस का कहना है की कांग्रेस पार्टी में महिलाओं के सम्मान की पुरानी परम्परा है !!!
***पवन अवस्थी ***

Posted in काश्मीर - Kashmir

चीन



Bharat Uday

 

कृपया करके एक बार इस महत्वपूर्ण जानकारी को जरूर पढ़े……..और अधिक से अधिक शेयर करे ……..
आज ये एक बहुत बड़ी चुनौती हिंदुस्तान के सामने है। अगर चीन इस 22 किमी की सड़क पर कब्ज़ा करले तो हिंदुस्तान से 7 sisters state अलग जायेंगे। और हिंदुस्तान कुछ भी नही कर पायेगा।
पहले भी कई बार चीन हिंदुस्तान की ज़मीन पर आ चूका है। लेह लद्दाक और अरुणाचल प्रदेश का आपको पता ही होगा। चीन लगातार यहां पर घुसपैठ करता रहता है। और भारत सरकार के कहने पर भी 21 दिन तक यहां से जाने का नाम नहीं लिया था। क्योकि हमारी सरकार ही मजबूत नही है। तो हमारे लिए ये एक बड़ी समस्या है।
गौरतलब है कि इस समस्या का समाधान भी हमारे पास है। आपको याद होगा कि नरेंद्र मोदी जी ने जब अरुणाचल प्रदेश में रैली करते वक़्त जब चीन को उसकी विस्तार वादी नीति पर चेतावनी दी थी तब अगले दिन ही चीन सफाई देने लगा कि उसने 1 inch ज़मीन भी नही कब्ज़ा की है।
तो मित्रो आप ही सोचो जो इंसान प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार होते हुए चीन को झुका सकता है। वो प्रधानमंत्री बनने के बाद पूरी दुनिया को हिंदुस्तान के सामने झुका सकता है। इसलिए जमके वोट करे।
ये हमारे और हमारे हिंदुस्तान के भविष्य का सवाल है
जय हिन्द। वन्दे मातरम।

Posted in खान्ग्रेस

अपग्रेडेशन


आज जिस आईएनएस विक्रमादित्य को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र को समर्पित किया उसके अपग्रेडेशन का कार्य कांग्रेस के राज में कैसे होता था उसका ये फोटो जीता जागता उदहरण है …

भारत के जो भी मंत्री या नौसेना अधिकारी रूस में गोर्शकोव जिसमे भारत ने विक्रमादित्य का नाम दिया है उसके अपग्रेडेशन के निरीक्षण पर जाते थे तब रुसी सरकार उन्हें रुसी कालगर्ल के द्वारा हनीट्रेप में फंसाकर उनसे हस्ताक्षर करवा लेती थी की काम संतोषजनक हो रहा है |

चित्र में कोमोडोर सुखजिंदर सिंह का फोटो एक रुसी कालगर्ल के साथ रूस के अखबारों में जब प्रकाशित हुआ तब तहलका मच गया था … बाद में नौसेना ने कई अधिकारियो को बर्खास्त किया और गोर्शकोव के अपग्रेडेशन के काम के लिए एक पैनेल बनाया था

आज जिस आईएनएस विक्रमादित्य को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र को समर्पित किया उसके अपग्रेडेशन का कार्य कांग्रेस के राज में कैसे होता था उसका ये फोटो जीता जागता उदहरण है ...

भारत के जो भी मंत्री या नौसेना अधिकारी रूस में गोर्शकोव जिसमे भारत ने विक्रमादित्य का नाम दिया है उसके अपग्रेडेशन के निरीक्षण पर जाते थे तब रुसी सरकार उन्हें रुसी कालगर्ल के द्वारा हनीट्रेप में फंसाकर उनसे हस्ताक्षर करवा लेती थी की काम संतोषजनक हो रहा है |

चित्र में कोमोडोर सुखजिंदर सिंह का फोटो एक रुसी कालगर्ल के साथ रूस के अखबारों में जब प्रकाशित हुआ तब तहलका मच गया था ... बाद में नौसेना ने कई अधिकारियो को बर्खास्त किया और गोर्शकोव के अपग्रेडेशन के काम के लिए एक पैनेल बनाया था
Posted in गौ माता - Gau maata

गाय काटने के लिए


तो सुप्रीम कोर्ट के मुक़द्दमे मे कसाईयो द्वारा गाय काटने के लिए वही सारे कुतर्क रखे गए जो कभी शरद पवार द्वारा बोले गए या इस देश के ज्यादा पढ़ें लिखे लोगो द्वारा बोले जाते है या देश के पहले प्रधान मंत्री नेहरू द्वारा कहे गए !

कसाईयो का पहला कुतर्क !!

1) गाय जब बूढ़ी हो जाती है तो बचाने मे कोई लाभ नहीं उसे कत्ल करके बेचना ही बढ़िया है ! और हम भारत की अर्थ व्यवस्था को मजबूत बना रहे हैं क्यूंकि गाय का मांस export कर रहे हैं !!

दूसरा कुतर्क !

2) भारत मे गाय के चारे की कमी है ! भूखी मरे इससे अच्छा ये है हम उसका कत्ल करके बेचें !

तीसरा कुतर्क

3) भारत मे लोगो को रहने के लिए जमीन नहीं है गाय को कहाँ रखें ?

चौथा कुतर्क

4 ) इससे विदेशी मुद्रा मिलती है !

और सबसे खतरनाक कुतर्क जो कसाइयों की तरफ से दिया गया कि गया की ह्त्या करना हमारे धर्म इस्लाम मे लिखा हुआ है की हम गायों की ह्त्या करें !! (this is our religious right ) !
कसाई लोग कौन है आप जानते है ??मुसलमानो मे एक कुरेशी समाज है जो सबसे ज्यादा जानवरों की ह्त्या करता है ! उनकी तरफ से ये कुतर्क आयें !

पूरी post नहीं पढ़ सकते तो यहाँ click करे !
http://www.youtube.com/watch?v=i7xaTCfA7js

राजीव भाई की तरफ से बिना क्रोध प्रकट किए बहुत ही धैर्य से इन सब कुतर्को का तर्कपूर्वक जवाब दिया !

उनका पहला कुतर्क गाय का मांस बेचते हैं तो आमदनी होती है देशो को ! तो राजीव भाई ने सारे आंकड़े सुप्रीम कोर्ट मे रखे कि एक गाय को जब काट देते हैं तो उसके शरीर मे से कितना मांस निकलता है ??? कितना खून निकलता है ?? कितनी हड्डियाँ निकलती हैं ??

एक सव्स्थय गाय का वजन 3 से साढ़े तीन कवींटल होता है उसे जब काटे तो उसमे से मात्र 70 किलो मांस निकलता है एक किलो गाय का मांस जब भारत से export होता है तो उसकी कीमत है लगभग 50 रुपए ! तो 70 किलो का 50 से गुना को ! 70 x 50 = 3500 रुपए !

खून जो निकलता है वो लगभग 25 लीटर होता है ! जिससे कुल कमाई 1500 से 2000 रुपए होती है !

फिर हड्डियाँ निकलती है वो भी 30-35 किलो हैं ! जो 1000 -1200 के लगभग बिक जाती है !!

तो कुल मिलकर एक गाय का जब कत्ल करे और मांस ,हड्डियाँ खून समेत बेचें तो सरकार को या कत्ल करने वाले कसाई को 7000 रुपए से ज्यादा नहीं मिलता !!

फिर राजीव भाई द्वारा कोर्ट के सामने उल्टी बात रखी गई यही गाय को कत्ल न करे तो क्या मिलता है ??? हमने कत्ल किया तो 7000 मिलेगा और अगर इसको जिंदा रखे तो कितना मिलेगा ??
तो उसका calculation ये है !!

एक सव्स्थ्य गाय एक दिन मे 10 किलो गोबर देती है और ढाई से 3 लीटर मूत्र देती है ! गाय के एक किलो गोबर से 33 किलो fertilizer (खाद ) बनती है !जिसे organic खाद कहते हैं तो कोर्ट के जज ने कहा how it is possible ??

राजीव भाई द्वारा कहा गया आप हमे समय दीजिये और स्थान दीजिये हम आपको यही सिद्ध करके बताते हैं ! तो कोर्ट ने आज्ञा दी तो राजीव भाई ने उनको पूरा करके दिखाया !! और कोर्ट से कहा की आई. आर. सी. के वैज्ञानिक को बुला लो और टेस्ट करा लो !!! तो गाय का गोबर कोर्ट ने भेजा टेस्ट करने के लिए ! तो वैज्ञानिको ने कहा की इसमें 18 micronutrients (पोषक तत्व )है !जो सभी खेत की मिट्टी को चाहिए जैसे मैगनीज है ! फोस्फोरस है ! पोटाशियम है, कैल्शियम,आयरन,कोबाल्ट, सिलिकोन ,आदि आदि | रासायनिक खाद मे मुश्किल से तीन होते हैं ! तो गाय का खाद रासायनिक खाद से 10 गुना ज्यादा ताकतवर है !तो कोर्ट ने माना !!

राजीव भाई ने कहा अगर आपके र्पोटोकोल के खिलाफ न जाता हो तो आप चलिये हमारे साथ और देखे कहाँ – कहाँ हम 1 किलो गोबर से 33 किलो खाद बना रहे हैं राजीव भाई ने कहा मेरे अपने गाँव मे मैं बनाता हूँ ! मेरे माता पिता दोनों किसान है पिछले 15 साल से हम गाय के गोबर से ही खेती करते हैं !
तो 1 किलो गोबर है तो 33 किलो खाद बनता है ! और 1 किलो खाद का जो अंराष्ट्रीय बाजार मे भाव है वो 6 रुपए है !तो रोज 10 किलो गोबर से 330 किलो खाद बनेगी ! जिसे 6 रुपए किलो के हिसाब से बेचें तो 1800 से 2000 रुपए रोज का गाय के गोबर से मिलता है !

और गाय के गोबर देने मे कोई sunday नहीं होता weekly off नहीं होता ! हर दिन मिलता है ! तो साल मे कितना ??? 1800 का 365 मे गुना कर लो !
1800 x 365 = 657000 रुपए !साल का !
और गाय की समानय उम्र 20 साल है और वो जीवन के अंतिम दिन तक गोबर देती है !
तो 1800 गुना 365 गुना 20 कर लो आप !! 1 करोड़ से ऊपर तो मिल जाएगा केवल गोबर से !

और हजारो लाखों वर्ष पहले हमारे शास्त्रो मे लिखा है की गाय के गोबर मे लक्ष्मी जी का वास है !!
और मेकोले के मानस पुत्र जो आधुनिक शिक्षा से पढ़ कर निकले हैं जिनहे अपना धर्म ,संस्कृति – सभ्यता सब पाखंड ही लगता है !हमेशा इस बात का मज़ाक उड़ाते है ! कि हाहाहाःहाहा गाय के गोबर मे लक्ष्मी !
तो ये उन सबके मुंह पर तमाचा है ! क्यूंकि ये बात आज सिद्ध होती है की गाय के गोबर से खेती कर ,अनाज उत्पादन कर धन कमाया जा सकता है और पूरे भारत का पेट भरा जा सकता है !

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अब बात करते हैं मूत्र की रोज का 2 – सवा दो लीटर !! और इससे ओषधियाँ बनती है
diabetes ,की ओषधि बनती है !
arthritis,की ओषधि बनती है
bronkitis, bronchial asthma, tuberculosis, osteomyelitis ऐसे करके 48 रोगो की ओषधियाँ बनती है !! और गाय के एक लीटर मूत्र का बाजार मे दवा के रूप मे कीमत 500 रुपए है ! वो भी भारत के बाजार मे ! अंतर्राष्ट्रीय बाजार मे तो इससे भी ज्यादा है !! आपको मालूम है ?? अमेरिका मे गौ मूत्र patent हैं ! और अमरीकी सरकार हर साल भारत से गाय का मूत्र import करती है और उससे कैंसर की medicine बनाते हैं !! diabetes की दवा बनाते हैं ! और अमेरिका मे गौ मूत्र पर एक दो नहीं तीन patent है ! अमेरिकन market के हिसाब से calculate करे तो 1200 से 1300 रुपए लीटर बैठता है एक लीटर मूत्र ! तो गाय के मूत्र से लगभग रोज की 3000 की आमदनी !!!

और एक साल का 3000 x 365 =1095000
और 20 साल का 300 x 365 x 20 = 21900000 !

इतना तो गाय के गोबर और मूत्र से हो गया !! एक साल का !

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और इसी गाय के गोबर से एक गैस निकलती है जिसे मैथेन कहते हैं और मैथेन वही गैस है जिससे आप अपने रसोई घर का सिलंडर चला सकते हैं और जरूरत पड़ने पर गाड़ी भी चला सकते हैं 4 पहियो वाली गाड़ी भी !!

जैसे LPG गैस से गाड़ी चलती है वैसे मैथेन गैस से भी गाड़ी चलती है !तो न्यायधीश को विश्वास नहीं हुआ ! तो राजीव भाई ने कहा आप अगर आज्ञा दो तो आपकी कार मे मेथेन गैस का सिलंडर लगवा देते हैं !! आप चला के देख लो ! उन्होने आज्ञा दी और राजीव भाई ने लगवा दिया ! और जज साहब ने 3 महीने गाड़ी चलाई ! और उन्होने कहा its excellent ! क्यूंकि खर्चा आता है मात्र 50 से 60 पैसे किलोमीटर और डीजल से आता है 4 रुपए किलो मीटर ! मेथेन गैस से गाड़ी चले तो धुआँ बिलकुल नहीं निकलता ! डीजल गैस से चले तो धुआँ ही धुआँ !! मेथेन से चलने वाली गाड़ी मे शोर बिलकुल नहीं होता ! और डीजल से चले तो इतना शोर होता है कान फट जाएँ !! तो ये सब जज साहब की समझ मे आया !!

तो फिर हमने कहा रोज का 10 किलो गोबर एकठ्ठा करे तो एक साल मे कितनी मेथेन गैस मिलती है ?? और 20 साल मे कितनी मिलेगी और भारत मे 17 करोड़ गाय है सबका गोबर एक साथ इकठ्ठा करे और उसका ही इस्तेमाल करे तो 1 लाख 32 हजार करोड़ की बचत इस देश को होती है ! बिना डीजल ,बिना पट्रोल के हम पूरा ट्रांसपोटेशन इससे चला सकते हैं ! अरब देशो से भीख मांगने की जरूरत नहीं और पट्रोल डीजल के लिए अमेरिका से डालर खरीदने की जरूरत नहीं !!अपना रुपया भी मजबूत !

तो इतने सारे calculation जब राजीव भाई ने बंब्बाड कर दी सुप्रीम कोर्ट पर तो जज ने मान लिया गाय की ह्त्या करने से ज्यादा उसको बचाना आर्थिक रूप से लाभकारी है !

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जब कोर्ट की opinion आई तो ये मुस्लिम कसाई लोग भड़क गए उनको लगा कि अब केस उनके हाथ से गया क्यूंकि उन्होने कहा था कि गाय का कत्ल करो तो 7000 हजार कि इन्कम ! और इधर राजीव भाई ने सिद्ध कर दिया कत्ल ना करो तो लाखो करोड़ो की इन्कम !!और फिर उन्होने ने अपना trump card खेला !! उन्होने कहा की गाय का कत्ल करना हमारा धार्मिक अधिकार है (this is our religious right )

तो राजीव भाई ने कोर्ट मे कहा अगर ये इनका धार्मिक अधिकार है तो इतिहास मे पता करो कि किस – किस मुस्लिम राजा ने अपने इस धार्मिक अधिकार का प्रयोग किया ?? तो कोर्ट ने कहा ठीक है एक कमीशन बैठाओ हिस्टोरीयन को बुलाओ और जीतने मुस्लिम राजा भारत मे हुए सबकी history निकालो दस्तावेज़ निकालो !और किस किस राजा ने अपने इस धार्मिक अधिकार का पालण किया ?

तो पुराने दस्तावेज़ जब निकाले गए तो उससे पता चला कि भारत मे जितने भी मुस्लिम राजा हुए एक ने भी गाय का कत्ल नहीं किया ! इसके उल्टा कुछ राजाओ ने गायों के कत्ल के खिलाफ कानून बनाए ! उनमे से एक का नाम था बाबर ! बाबर ने अपनी पुस्तक बाबर नामा मे लिखवाया है कि मेरे मरने के बाद भी गाय के कत्ल का कानून जारी रहना चाहिए ! तो उसके पुत्र हुमायु ने भी उसका पालण किया और उसके बाद जितने मुगल राजा हुए सबने इस कानून का पालन किया including ओरंगजेब !!

फिर दक्षिण भारत मे एक राजा था हेदर आली !टीपू सुल्तान का बाप !! उनसे एक कानून बनवाया था कि अगर कोई गाय की ह्त्या करेगा तो हैदर उसकी गर्दन काट देगा और हैदर अली ने ऐसे सेकड़ो कासयियो की गर्दन काटी थी जिन्होने गाय को काटा था फिर हैदर अली का बेटा आया टीपू सुलतान तो उसने इस कानून को थोड़ा हल्का कर दिया तो उसने कानून बना दिया की हाथ काट देना ! तो टीपू सुलतान के समय में कोई भी अगर गाय काटता था तो उसका हाथ काट दिया जाता था |

तो ये जब दस्तावेज़ जब कोर्ट के सामने आए तो राजीव भाई ने जज साहब से कहा कि आप जरा बताइये अगर इस्लाम मे गाय को कत्ल करना धार्मिक अधिकार होता तो बाबर तो कट्टर ईस्लामी था 5 वक्त की नमाज पढ़ता था हमायु भी था ओरंगजेब तो सबसे ज्यादा कट्टर था ! तो इनहोने क्यूँ नहीं गाय का कत्ल करवाया और क्यूँ ? गाय का कत्ल रोकने के लिए कानून बनवाए ??? क्यूँ हेदर अली ने कहा कि वो गाय का कत्ल करने वाले के हाथ काट देगा ??

तो राजीव भाई ने कोर्ट से कहा कि आप हमे आज्ञा दें तो हम ये कुरान शरीफ ,हदीस,आदि जितनी भी पुस्तके है हम ये कोर्ट मे पेश करते हैं और कहाँ लिखा है गाय का कत्ल करो ये जानना चाहतें है ! और आपको पता चलेगा कि इस्लाम की कोई भी धार्मिक पुस्तक मे नहीं लिखा है की गाय का कत्ल करो !
हदीस मे तो लिखा हुआ है कि गाय की रक्षा करो क्यूंकि वो तुम्हारी रक्षा करती है ! पेगंबर मुहमद साहब का statement है की गाय अबोल जानवर है इसलिए उस पर दया करो ! और एक जगह लिखा है गाय का कत्ल करोगे तो दोझक मे भी जमीन नहीं मिलेगी !मतलब जहनुम मे भी जमीन नहीं मिलेगी !!

तो राजीव भाई ने कोर्ट से कहा अगर कुरान ये कहती है मुहम्मद साहब ये कहते हैं हदीस ये कहती है तो फिर ये गाय का कत्ल कर धार्मिक अधिकार कब से हुआ ?? पूछो इन कसाईयो से ?? तो कसाई बोखला गए ! और राजीव भाई ने कहा अगर मक्का मदीना मे भी कोई किताब हो तो ले आओ उठा के !!

अंत कोर्ट ने उनको 1 महीने का पर्मिशन दिया की जाओ और दस्तावेज़ ढूंढ के लाओ जिसमे लिखा हो गाय का कत्ल करना इस्लाम का मूल अधिकार है ! हम मान लेंगे !! और एक महीने तक भी कोई दस्तावेज़ नहीं मिला !! कोर्ट ने कहा अब हम ज्यादा समय नहीं दे सकते ! और अंत 26 अक्तूबर 2005 judgement आ गया !! और आप चाहें तो judgement की copy
www. supremecourtcaselaw . com पर जाकर download कर सकते हैं !

ये 66 पनने का judgement है सुप्रीम कोर्ट ने एक इतिहास बाना दिया और उन्होंने कहा की गाय को काटना सांविधानिक पाप है धार्मिक पाप है ! और सुप्रीम कोर्ट ने कहा गौ रक्षा करना,सर्वंधन करना देश के प्रत्येक नागरिक का सांविधानिक कर्त्तव्य है ! सरकार का तो है ही नागरिकों का भी सांविधानिक कर्तव्य है ! अब तक जो संविधानिक कर्तव्य थे जैसे , संविधान का पालन करना ,राष्ट्रीय ध्वज ,का सम्मान करना ,क्रांतिकारियों का समान करना ,देश की एकता , अखंडता को बनाए रखना ! आदि आदि अब इसमे गौ की रक्षा करना भी जुड़ गया है !!

सुप्रीम कोर्ट ने कहा की भारत की 34 राज्यों कीसरकार की जिमेदारी है की वो गाय का कतल आपने आपने राज्य में बंद कराये और किसी राज्य में गाय का कतल होता है तो उस राज्य के मुख्यमंत्री की जिमेदारी है राज्यपाल की जावबदारी,चीफ सेकेट्री की जिमेदारी है, वो अपना काम पूरा नहीं कर रहे है तो ये राज्यों के लिए सविधानिक जवाबदारी है और नागरिको के लिए सविधानिक कर्त्तव्य है !!

अब कानून दो सतर पर बनाये जाते हैं एक जो केद्र सरकार बना सकती है और एक 35 राज्यों की राज्य सरकार बना सकती है अपने आपने राज्यों में !! अगर केंद्र सरकार ही बना दे !! तो किसी राज्य सरकार को बनाने की जरूरत नहीं ! केंद्र सरकार का कानून पूरे देश मे लागू होगा ! तो आप सब केंद्र सरकार पर दबाव बनाये !! जब तक केंद्र सरकार नहीं बनाती तब तक आप अपने अपने राज्य की सरकारों पर दबाव बनाये ! दबाव कैसे बनाना है ???

आपको हजारो ,लाखो की संख्या मे प्रधानमंत्री ,राष्ट्रपति या राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र लिखना है और इतना ही कहना है की 26 अक्तूबर 2005 को जो सुप्रीम कोर्ट का judgment आया है उसे लागू करो !!
आप अपने -आस पड़ोस ,गली गाँव ,मुहल्ला ,शहर मे लोगो से बात करनी शुरू करे उनको गाय का महत्व समझाये !! देश के लिए गाय का आर्थिक योगदान बताएं ! और प्रधानमंत्री ,राष्ट्रपति या राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र लिखने का निवेदन करें ! इतना दबाव डालें की 2014 के चुनाव मे लोगो उसी सरकार को वोट दें जो इस सुप्रीम कोर्ट के गौ ह्त्या के खिलाफ judgement को पूरे देश मे लागू करें !

और अंत उस क्रांतिकारी मंगल पांडे ने इतिहास बना वो फांसी पर चढ़ गया लेकिन गाय की चर्बी के कारतूस उसने अपने मुंह से नहीं खोले ! और जिस अंग्रेज़ अधिकारी ने उसको मजबूर किया उसको मंगल पांडे ने गोली मर दी !! तो हमने कहा था कि हमारी तो आजादी का इतिहास शुरू होता है गौ रक्षा से !! इसलिए गाय की रक्षा उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी हमारी आजादी !

आपने पूरी post पढ़ीं बहुत बहुत धन्यवाद !!

यहाँ जरूर click कर देखें !!!
http://www.youtube.com/watch?v=i7xaTCfA7js

अमर बलिदानी राजीव दीक्षित जी की जय !!
वन्देमातरम , जय गौ माता !

Posted in भारत का गुप्त इतिहास- Bharat Ka rahasyamay Itihaas

History of India


भारतीय इतिहास के साथ इस खिलवाड़ के मुख्य दोषी वे ”वामपंथी इतिहासकार” हैं, जिन्होंने स्वतंत्रता के बाद नेहरू की सहमति से प्राचीन हिन्दू गौरव को उजागिर करने वाले इतिहास को या तो काला कर दिया या धुँधला कर दिया और इस गौरव को कम करने वाले इतिहास-खंडों को प्रमुखता से प्रचारित किया, जो उनकी तथाकथित धर्मनिरपेक्षता के खाँचे में फिट बैठते थे !यहा वामपंथी इहिसकार केवेल दलित पिछडे नही अपितु काशी पीठ के आचार्य, ”शंकराचार्य” , ”धर्म गुरु” तक शामिल थे ! नेहरू इनको बड़ा हिस्सा देता था

कुछ अन्य तथाकथित इतिहासकार अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की उपज थे, जिन्होंने नूरुल हसन और इरफान हबीब की अगुआई में इस प्रकार इतिहास को विकृत किया ! भारतीय इतिहास कांग्रेस पर लम्बे समय तक इनका कब्जा रहा, जिसके कारण इनके द्वारा लिखा या गढ़ा गया अधूरा और भ्रामक इतिहास ही आधिकारिक तौर पर भारत की नयी पीढ़ी को पढ़ाया जाता रहा, वे देश के नौनिहालों को यह झूठा ज्ञान दिलाने में सफल रहे कि भारत का सारा इतिहास केवल पराजयों और गुलामी का इतिहास है और यह कि भारत का सबसे अच्छा समय केवल तब था जब देश पर मुगल बादशाहों का शासन था !

तथ्यों को तोड़-मरोड़कर ही नहीं नये ‘तथ्यों’ को गढ़कर भी वे यह सिद्ध करना चाहते थे कि भारत में जो भी गौरवशाली है वह ”मुगल बादशाहों” द्वारा दिया गया है और उनके विरुद्ध संघर्ष करने वाले ”महाराणा प्रताप”, ”शिवाजी” आदि पथभ्रष्ट थे ! इनकी एकांगी इतिहास दृष्टि इतनी अधिक मूर्खतापूर्ण थी कि वे आज तक ”महावीर”, ”बुद्ध”, ”अशोक”, ”चन्द्रगुप्त”, आदि शंकराचार्य आदि के काल का सही-सही निर्धारण नहीं कर सके हैं।

इसी कारण लगभग 1500 वर्षों का लम्बा कालखंड ”अंधकारपूर्ण काल” कहा जाता है, क्योंकि इस अवधि में वास्तव में क्या हुआ और देश का इतिहास क्या था, उसका कोई पुष्ट प्रमाण कम से कम सरकारी इतिहासकारों के पास उपलब्ध नहीं है !

इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि ”अलाउद्दीन खिलजी” और ”बख्तियार खिलजी” ने अपनी धर्मांधता के कारण दोनों प्रमुख पुस्तकालय जला डाले थे !

लेकिन बिडम्बना तो यह है कि भारत के इतिहास के बारे में जो अन्य देशीय संदर्भ एकत्र हो सकते थे, उनको भी एकत्र करने का ईमानदार प्रयास नहीं किया गया ! इसकारण मध्यकालीन भारत का पूरा इतिहास अभी भी उपलब्ध नहीं है !

नेहरू की ”भारत एक खोज” को देश आज भी सरकारी रूप से अपना इतिहास मानता है !देश के बुढ़िजीवीवर्ग ने कभी इस तरफ सज्ञान नही लिया ! लगभग हर जाती का इतिहास उल्टा लिखा गया है , इस तरफ भारी मेहनत की जरूरत है !

भारतीय इतिहास के साथ इस खिलवाड़ के मुख्य दोषी वे ''वामपंथी इतिहासकार'' हैं, जिन्होंने स्वतंत्रता के बाद नेहरू की सहमति से प्राचीन हिन्दू गौरव को उजागिर करने वाले इतिहास को या तो काला कर दिया या धुँधला कर दिया और इस गौरव को कम करने वाले इतिहास-खंडों को प्रमुखता से प्रचारित किया, जो उनकी तथाकथित धर्मनिरपेक्षता के खाँचे में फिट बैठते थे !यहा वामपंथी इहिसकार केवेल दलित पिछडे नही अपितु काशी पीठ के आचार्य, ''शंकराचार्य'' , ''धर्म गुरु'' तक शामिल थे ! नेहरू इनको बड़ा हिस्सा देता था

कुछ अन्य तथाकथित इतिहासकार अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की उपज थे, जिन्होंने नूरुल हसन और इरफान हबीब की अगुआई में इस प्रकार इतिहास को विकृत किया ! भारतीय इतिहास कांग्रेस पर लम्बे समय तक इनका कब्जा रहा, जिसके कारण इनके द्वारा लिखा या गढ़ा गया अधूरा और भ्रामक इतिहास ही आधिकारिक तौर पर भारत की नयी पीढ़ी को पढ़ाया जाता रहा, वे देश के नौनिहालों को यह झूठा ज्ञान दिलाने में सफल रहे कि भारत का सारा इतिहास केवल पराजयों और गुलामी का इतिहास है और यह कि भारत का सबसे अच्छा समय केवल तब था जब देश पर मुगल बादशाहों का शासन था !

तथ्यों को तोड़-मरोड़कर ही नहीं नये ‘तथ्यों’ को गढ़कर भी वे यह सिद्ध करना चाहते थे कि भारत में जो भी गौरवशाली है वह ''मुगल बादशाहों'' द्वारा दिया गया है और उनके विरुद्ध संघर्ष करने वाले ''महाराणा प्रताप'', ''शिवाजी'' आदि पथभ्रष्ट थे ! इनकी एकांगी इतिहास दृष्टि इतनी अधिक मूर्खतापूर्ण थी कि वे आज तक ''महावीर'', ''बुद्ध'', ''अशोक'', ''चन्द्रगुप्त'', आदि शंकराचार्य आदि के काल का सही-सही निर्धारण नहीं कर सके हैं।

इसी कारण लगभग 1500 वर्षों का लम्बा कालखंड ''अंधकारपूर्ण काल'' कहा जाता है, क्योंकि इस अवधि में वास्तव में क्या हुआ और देश का इतिहास क्या था, उसका कोई पुष्ट प्रमाण कम से कम सरकारी इतिहासकारों के पास उपलब्ध नहीं है !

इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि ''अलाउद्दीन खिलजी'' और ''बख्तियार खिलजी'' ने अपनी धर्मांधता के कारण दोनों प्रमुख पुस्तकालय जला डाले थे !

लेकिन बिडम्बना तो यह है कि भारत के इतिहास के बारे में जो अन्य देशीय संदर्भ एकत्र हो सकते थे, उनको भी एकत्र करने का ईमानदार प्रयास नहीं किया गया ! इसकारण मध्यकालीन भारत का पूरा इतिहास अभी भी उपलब्ध नहीं है !

नेहरू की ''भारत एक खोज'' को देश आज भी सरकारी रूप से अपना इतिहास मानता है !देश के बुढ़िजीवीवर्ग ने कभी इस तरफ सज्ञान नही लिया ! लगभग हर जाती का इतिहास उल्टा लिखा गया है , इस तरफ भारी मेहनत की जरूरत है !
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जापान विश्व में एकमात्र ऐसा देश है जो, मुसलमानो को नागरिकत्व प्रदान नहीं करता


Ojasvi Hindustan
जापान ….. क्या आप जानते हैं ?

जापान विश्व में एकमात्र ऐसा देश है जो, मुसलमानो को नागरिकत्व प्रदान नहीं करता और उसके विरुध्द संयुक्त राष्ट्र संघ में कोई विशेष न्यायासन भी नहीं है। इस्लाम के प्रचार-प्रसार पर यहाँ पूर्णतः प्रतिबंध है। मदरसा भी नहीं है। धर्मांतरण किया नहीं जा सकता। मुसलमान धर्मांधता एवं कट्टरता
निर्माण करते है, ऐसा जपान सरकार का सैध्दांतिक आरोप है।इसलिए यहाँ मुसलमानों के संबंध में कठोरता पूर्वक सजगता रखी जाती है।

इस ही के कारण वहां की सरकार को निम्नलिखित फायदे हुए हो रहे :-

१) जापान में अभी तक किसी प्रकार के दंगे या आतंकी कृत्य हो नहीं पाया।
२) जापान में चार शतक पूर्व तक १० लक्ष मुसलमान थे,अब केवल पौने दो लक्ष शेष बचे है।राष्ट्रिय परिवार नियोजन तथा एक विवाह का नियम है।
३) जापान के मुसलमान केवल जापानी भाषा-लिपि का ही प्रयोग कर सकते है। जापानी भाषा में अनुवाद किया हुआ ही कुरान रख सकते है।
४) नमाज भी केवल जापानी में ही पढ़ सकते है।
५) जापान में केवल पांच मुस्लिम राष्ट्र के दूतावास है और उनके कर्मचारियों को भी जापानी भाषा में ही संवाद करना होता है।
६) जापान में धर्मांतरण प्रतिबंधित है। इसके आलावा लव जिहाद ,आतंकी जिहाद /देश का विभाजन होने जैसे के तो पैदा होने का सवाल ही नहीं l
७) ईसाई धर्मगुरू (पाद्री) भी यहाँ बेरोजगार है।गत ५० वर्ष में जापान निवासी ईसाईयो की जनसँख्या में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई…
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भारत के बोद्धों


Everyone Must Read This

भारत के बोद्धों में भी ऐसे हजारो अय्याश और
अरबोपति बोद्ध पड़े हुए है I
हिन्दू विरोधी भारतीय
मीडिया बोद्धों की असलियत
नहीं बताएगी I
हरामी बलात्कारी ....वीरापोल
सुक्फोल नाम के शख्स को इस तस्वीर में देखिये I ये
वह है जो कुछ सालों पहले बोद्ध भिखारी हुआ
करता था I भिख मांगते हुए इसने खुद का धंधा चालु किया और हिन्दुओं
से प्राप्त हुई विध्या ध्यान-योग-प्राणायाम आदि को विश्व में बेचने
लगा I चन्द सालों में ये भिखारी से अरबोपति बन गया I
आशाराम बापू के मुद्दे पर पुरे हिन्दू समाज को गाली देने
वाले बोद्धों को मुहतोड़ जवाब I
तस्वीर में यह अपने प्राइवेट चार्टर्ड जेट प्लेन में
मस्ती मार रहा है I
इस पर आरोप है १३ वर्ष
की लड़की को गर्भवती बनाने
का I
मठ की आड़ में ड्रग्स का धंधा चलाना I
आतंकवाद फैलाना और हथियार बांटना I
बलात्कार और हत्या जैसे कई गंभीर आरोप है इस पर I
ये अपने आप को शक्तियों से लेष और भगवान से डायरेक्ट कांटेक्ट
होने का दावा करते हैं I
क्या यही औकात है बोद्धों की ? खुद
लोगों से इच्छा और पैसे का त्याग करने कहते हैं और खुद
ही अय्याशी , व्यसन , काम-वासना से लेष
है I
सबूत के लिए निचे दिए गए हर एक लिंक पर देखिये :
http://www.stuff.co.nz/world/asia/9082972/Jet-
setting-Buddhist-monk-at-centre-of-scandal
http://www.thaivisa.com/forum/topic/647439-thai-
monks-rebuked-over-ostentatious-jet-ride/
http://www.bangkokpost.com/print/361326/

भारत के बोद्धों में भी ऐसे हजारो अय्याश और
अरबोपति बोद्ध पड़े हुए है I
हिन्दू विरोधी भारतीय
मीडिया बोद्धों की असलियत
नहीं बताएगी I

हरामी बलात्कारी ….वीरापोल
सुक्फोल नाम के शख्स को इस तस्वीर में देखिये I ये
वह है जो कुछ सालों पहले बोद्ध भिखारी हुआ
करता था I भिख मांगते हुए इसने खुद का धंधा चालु किया और हिन्दुओं
से प्राप्त हुई विध्या ध्यान-योग-प्राणायाम आदि को विश्व में बेचने
लगा I चन्द सालों में ये भिखारी से अरबोपति बन गया I
आशाराम बापू के मुद्दे पर पुरे हिन्दू समाज को गाली देने
वाले बोद्धों को मुहतोड़ जवाब I
तस्वीर में यह अपने प्राइवेट चार्टर्ड जेट प्लेन में
मस्ती मार रहा है I
इस पर आरोप है १३ वर्ष
की लड़की को गर्भवती बनाने
का I
मठ की आड़ में ड्रग्स का धंधा चलाना I
आतंकवाद फैलाना और हथियार बांटना I
बलात्कार और हत्या जैसे कई गंभीर आरोप है इस पर I
ये अपने आप को शक्तियों से लेष और भगवान से डायरेक्ट कांटेक्ट
होने का दावा करते हैं I
क्या यही औकात है बोद्धों की ? खुद
लोगों से इच्छा और पैसे का त्याग करने कहते हैं और खुद
ही अय्याशी , व्यसन , काम-वासना से लेष
है I
सबूत के लिए निचे दिए गए हर एक लिंक पर देखिये :
http://www.stuff.co.nz/world/asia/9082972/Jet
setting-Buddhist-monk-at-centre-of-scandal
http://www.thaivisa.com/forum/topic/647439-thai
monks-rebuked-over-ostentatious-jet-ride/
http://www.bangkokpost.com/print/361326/
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Yagna-Vatika


All religions are one 
and are derived from Vedic Sanatan dharma.
----------------------------
Famous historian P.N. Oak claims 
Word Vatican came from "Vatika"
"Christia-nity came from "Krishna-neeti"
(Chrisn-nity - "ethics of Krishna or the way of Krishna")
"Abrahm" came from "Bramha"

Oak claims that both Christianity and Islam originated as distortions of "Vedic" beliefs.

Well, his claims seem true.

In sanskrit Vatika word is used to describe a place, such as Ananda-Vatika, Ashrama-Vatika, Yagna-Vatika etc.

Such words and discoveries prove that the Vatican was a Hindu (Vedic) religious center before its incumbent was forced to accept Christianity from 1st century AD.

Also, according to some reports, a Shivling was found during the excavation and is kept for display at Gregorian Etruscan Museum in Rome.

Hindustan indeed was Virat.
----------------------------------------
References: 
[1] http://bharatuntoldstory.tumblr.com/post/75238094234/siva-linga-at-gregorian-etruscan-museum-vatican

[2] http://en.wikipedia.org/wiki/P._N._Oak

All religions are one
and are derived from Vedic Sanatan dharma.
—————————-
Famous historian P.N. Oak claims
Word Vatican came from “Vatika”
“Christia-nity came from “Krishna-neeti”
(Chrisn-nity – “ethics of Krishna or the way of Krishna”)
“Abrahm” came from “Bramha”

Oak claims that both Christianity and Islam originated as distortions of “Vedic” beliefs.

Well, his claims seem true.

In sanskrit Vatika word is used to describe a place, such as Ananda-Vatika, Ashrama-Vatika, Yagna-Vatika etc.

Such words and discoveries prove that the Vatican was a Hindu (Vedic) religious center before its incumbent was forced to accept Christianity from 1st century AD.

Also, according to some reports, a Shivling was found during the excavation and is kept for display at Gregorian Etruscan Museum in Rome.

Hindustan indeed was Virat.
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References:
[1] http://bharatuntoldstory.tumblr.com/post/75238094234/siva-linga-at-gregorian-etruscan-museum-vatican

[2] http://en.wikipedia.org/wiki/P._N._Oak