प्रियंका बाड्रा बार बार कहती है की मेरे शहीद पिता ने ये किया वो किया … लेकिन श्रीलंका के लिट्टे समर्थक एक सेना अधिकारी के द्वारा राइफल के बट से राजीव गाँधी पर किये गये जानलेवा हमले को अपनी जान पर खेलकर नाकाम करने वाले कमांडो भरत सिंह आज दाने दाने को मोहताज नही होता …
मित्रो, राजीव गाँधी पर श्रीलंका के जानलेवा हमला हुआ था ..कमांडो भरत सिंह ने तुरंत ही बिजली की फुर्ती से राजीव गाँधी को धक्का देकर उन्हें आगे गिरा दिया था वरना राइफल की बट सीधे उनकी खोपड़ी तोड़ देती …
बाद में उस जवान को किसी कारण से सस्पेंड कर दिया गया और आज भरत सिंह गाँव में ईट भट्टे पर मजदूरी करके. मनरेगा में मजदूरी करके किसी तरह अपना और अपने परिवार का जीवन यापन कर रहा है |
ये प्रियंका बाड्रा के अंदर यदि जरा भी अपने पिता के प्रति मोह होता तो ये नीच महिला अपने पिता की जान बचाने वाले कमांडो जो कांग्रेस शासित राज्य हरियाणा में बेहद गरीबी में है उसकी जरुर मदद करती .. असल में इन नीच फर्जी दोगले गांधियो को सिर्फ़ चुनाव के समय ही अपने नरकीय पूर्वज याद आते है


प्रियंका